एक अध्ययन में पाया गया है कि पूरी दुनिया में लाखों लोग अपने संवेदनशील खातों के लिए बड़ी आसानी से समझ आने वाले पासवर्ड रखते हैं.
ब्रिटेन की नेशल साइबर सिक्युरिटी सेंटर (एनसीएससी) ने पाया कि हैक किए गए अधिकांश खातों का पासवर्ड 123456 रखा गया था.
इस अध्ययन ने साइबर ज्ञान की कमी को सामने लाने का किया है, जिससे ख़तरा पैदा हो सकता है.
सेंटर ने कहा है कि स्ट्रॉंग पासवर्ड बनाने के लिए लोगों को आसानी से याद होने वाले तीन अलग अलग अक्षर को एक साथ इस्तेमाल करना चाहिए.
संवेदनशील डेटा
अपने पहले साइबर सर्वे में एनसीएससी ने हैक किए गए खातों के पासवर्ड का व्यापक विश्लेषण किया, मसलन इनमें किन शब्दों, मुहावरों या अंकों का इस्तेमाल किया गया है.
पाया गया कि 123456 पासवर्ड की संख्या सर्वाधिक थी, लगभग 2 करोड़ 30 लाख से भी अधिक.
दूसरा सबसे लोकप्रिय पासवर्ड था 123456789 और इसे भी समझना बहुत मुश्किल नहीं था.
शीर्ष पांच में 'qwerty', 'password' और '1111111' भी आते हैं.
पासवर्ड में सबसे औम तौर पर ऐश्ले, माइकल, डैनियल, जेसिका और चार्ली जैसे नाम अधिक मिले.
प्रीमियर लीग फ़ुटबॉल टीम के नाम पर पासवर्ड रखने की जहां तक बात है, इसमें लीवरपूल का नाम सबसे ऊपर था जबकि चेल्सी दूसरे नंबर पर है.
संगीत से संबंधित पासवर्ड में ब्लिंक-182 शीर्ष पर पाया गया.
एनसीएससी के टेक्निकल डायरेक्टर डॉ इयान लेवी के अनुसार, जो लोग सबसे आम पासवर्ड इस्तेमाल करते हैं वो हैकिंग के लिए खुद को सबसे आसान शिकार बनाते हैं.
कठिन पासवर्ड चुनें
वो कहते हैं, "किसी को भी अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए आसान पासवर्ड नहीं रखना चाहिए, जैसे कि अपने नाम का पहला शब्द, स्थानीय फ़ुटपबॉल टीम या पसंदीदा बैंड."
इस सर्वे में एनसीएससी ने सुरक्षा के प्रति लोगों में सतर्कता पर भी सवाल किए.
इसमें पाया गया कि 42 प्रतिशत लोगों को पैसे चोरी होने का डर रहता है और 15 प्रतिशत लोगों को लगता है कि उनकी सुरक्ष पुख़्ता है.
ये भी पाया गया कि क़रीब आधे लोगों ने अपने मुख्य ईमेल खाते का अनुमान लगाने में कठिन पासवर्ड चुना था.
हैक किए गए खातों के डेटाबेस की देखरेख करने वाले सिक्युरिटी एक्सपर्ट ट्रॉय हंट का कहना है कि ऑनलाइन सिक्युरिटी का एक मात्र उपाय है बेहतर पासवर्ड चुनना.
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क्या आप भी अपना पासवर्ड 123456 रखते हैं?
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