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मप्र विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा

Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 966

भोपाल 21 दिसंबर 2022। मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र का बुधवार को तीसरा दिन है। 2013 के बाद कांग्रेस शिवराज सरकार के खिलाफ दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव लाई है। अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में 12 बजे चर्चा शुरू हुई। कांग्रेस की 51 मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी की है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करते हुए कहा कि आज कलेक्टर, एसपी विधायक का सम्मान नहीं कर रहे हैं। आज तंत्र प्रजा पर हावी हो गया है। एक भी अधिकारी नियमों का पालन नहीं कर रहा है। विपक्ष के नेता के पत्रों पर कोई जवाब नहीं दिया जाता है। प्रमुख सचिव को फोन लगाओ तो फोन नहीं उठाते। सिंह ने सरकार पर एक के बाद एक गंभीर आरोप लगाए।
इस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सदन में कांग्रेस पीसीसी चीफ कमलनाथ के उपस्थित नहीं होने पर सवाल उठाए। मिश्रा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा महत्वपूर्ण चर्चा होती है। यह खुद अपने नेता प्रतिपक्ष पर अविश्वास है। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के समय भ्रष्टाचार का तांडव था। 15 महीने में 15 हजार ट्रांसफर कर दिए थे। पुरुष, महिला के ट्रांसफर तो हर सरकार में होते हैं, लेकिन कमलनाथ सरकार में 46 कुत्तों के भी ट्रांसफर कर दिए गए।
विपक्ष के विधायकों का अपमान किया जा रहा
गोविंद सिंह ने कहा कि भाजपा के विधायकों से 15-15 करोड़ के विकास कार्यों की सूची मांगी गई। विपक्ष के विधायकों का क्या दोष है? विकास कार्यों की पट्टिकाओं पर कांग्रेस विधायकों के नाम नहीं लिखे जाते हैं। विपक्ष के विधायकों का अपमान किया जा रहा है। इस बात पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गोविंद सिंह को टोकते हुए कहा कि आपकी जानकारी सही नहीं हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि संविदा और आउट सोर्स व्यवस्था को खत्म किया जाना चाहिए। प्रदेश में केंद्र सरकार आंकड़ों के अनुसार 1 करोड़ 30 लाख बेरोजगार हैं। सिंह ने कहा कि गांव में किसान का बेटा, गरीब परिवार को बेटा पढ़ा-लिखा बेरोजगार है। आज कम्प्यूटर इंजीनियर को 5 हजार की नौकरी करना पड़ रहा है। इसलिए हमारी मांग है कि रोजगार के लिए कुछ करों। उन्होंने कहा कि बिजली बिल बढ़े हुए आ रहे हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि महाकाल के उद्घाटन में 12 करोड़ रुपये खर्च कर दिए। चीते लाने में करोड़ों रुपए खर्च कर दिए। जबकि 5-6 हजार रुपये में चीते छूट जाते। गोविंद सिंह ने पोषण आहार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि टेक होम राशन में करोड़ों रुपये खर्च किए गए। 100 क्विंटल मोटरसाइकिल पर बांट दिया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कोरोना काल में चिरायु को 70 करोड़ रुपये दिए गए। एक ही अस्पताल को इतनी राशि क्यों दी गई? सरकारी अस्पतालों को यह राशि दी जाना चाहिए थी।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सवाल उठाए
वहीं, सदन में कांग्रेस चीफ कमलनाथ के उपस्थित नहीं होने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सवाल उठाए। मिश्रा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा महत्वपूर्ण चर्चा होती है। यह खुद अपने नेता प्रतिपक्ष पर अविश्वास है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में नक्सली घर में घुसकर हत्या कर देते थे। आज किसी नक्सली में दम नहीं है कि सिर उठा ले। पुलिस फोर्स नक्सलियों को मारती है, लेकिन कांग्रेस के नेता हौसला अफजाई तक नहीं करते। उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज के आने के बाद डाकू गिरोह पूरी तरह खत्म हो गए। दिग्विजय सिंह की सरकार में जेल से डाकू भाग जाते थे।

मिश्रा ने कहा कि सरकार 23 हजार एकड़ जमीन माफियाओं से मुक्त कराकर गरीबों के आवास बना रही है। इनके सीएम पंचम तल से नीचे नहीं उतरते थे। गणेश विसर्जन के दौरान बच्चे डूब कर मर गए, लेकिन नीचे नहीं उतरे। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के समय भ्रष्टाचार का तांडव था। 15 महीने में 15 हजार ट्रांसफर कर दिए थे। पुरुष, महिला के ट्रांसफर तो हर सरकार में होते हैं, लेकिन कमलनाथ सरकार में 46 कुत्तों के भी ट्रांसफर कर दिए गए।

पटवारी के आरोपी पर मंत्री ओपीएस भदौरिया भड़के
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि यह सरकार कर्ज लेकर विज्ञापन पर खर्च कर रही हैं। 40 करोड़ रुपये बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ताओं के खाने पर खर्च किए गए। 250 करोड़ विदेश यात्राओं पर खर्च किए गए। 10 अरब रुपये सरकारी विज्ञापन पर खर्च किए गए। पटवारी के आरोपी पर मंत्री ओपीएस भदौरिया भड़क गए। मंत्री अपनी सीट से उठकर आगे गए। उनके इस व्यवहार पर विपक्ष ने आपत्ति जताई। स्पीकर ने भी ओपीएस भदौरिया के व्यवहार को गलत माना। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ओपीएस भदौरिया के व्यवाहार पर खेद प्रकट किया।
बता दें कांग्रेस ने 51 मुद्दों पर 104 पेज का अविश्वास प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष को सोमवार को दिया था। जिसे मंगलवार को चर्चा के लिए स्वीकार किया गया। आज अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में चर्चा होगी। इसमें पोषण आहार घोटाला, भर्तियों में गड़बड़ी, कारम डेम, किसान, खाद से लेकर अन्य मुद्दे शामिल हैं। नेता प्रतिपक्ष डाॅ. गोविंद सिंह ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए आज समय दिया है। इस पर आज चर्चा होगी। कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सदन में हम भाजपा के विकास और कांग्रेस की 15 महीने की सरकार के विनाश के काम गिनाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार सारगर्भित चर्चा के लिए तैयार हैं।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस चीफ कमलनाथ सिरोंज दौरे पर हैं। सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी है। इसको लेकर बीजेपी ने कमलनाथ पर तंज कसा है। बीजेपी मीडिया विभाग के प्रभारी लोकेंद्र पराशर ने कमलनाथ को फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर तंज किया कि कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव विधानसभा में है। पर इस समय मैं सिरोंज में हूं।

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