
8 फरवरी 2024। विपक्षी सदस्यों ने आशंका जताई कि हताहतों की संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि कई लोगों के लापता होने की आशंका है।
हरदा घटना पर मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने गुरुवार को मप्र विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। इसमें न्यायिक जांच या खुली अदालत से जांच की मांग की गई।
इससे पहले प्रश्नकाल के बाद विपक्ष ने हरदा घटना पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया। विपक्षी सदस्यों ने आशंका जताई कि हताहतों की संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि कई लोगों के लापता होने की आशंका है।
फूल सिंह बारिया को आशंका थी कि फैक्ट्री में पटाखों की जगह बम बनाए जा रहे हैं। रामनिवास रावत और कुछ अन्य कांग्रेस विधायकों ने कहा कि सरकार को अपने स्तर से जांच कराने के बजाय न्यायिक जांच करानी चाहिए या खुली अदालत में जांच के लिए केंद्र को लिखना चाहिए।
उन्होंने हरदा विस्फोट कांड के पीड़ितों के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की।
स्थगन प्रस्ताव पर जवाब देते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि जहां तक हरदा की घटना का सवाल है तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने घटना का वीडियो देखा तो ऐसा लगा कि यह परमाणु विस्फोट जैसा ही विस्फोट है। इसके अलावा, वह यह देखकर भी हैरान रह गए कि मध्य प्रदेश में शिवकाशी जैसी फैक्ट्री कैसे खुल गई।