नंगे पैर चलने का चलन: दुनिया भर में लोग अपना रहे हैं ये ट्रेंड, जानिए क्या हैं इसके पीछे के कारण

News from Bhopal, Madhya Pradesh News, Heritage, Culture, Farmers, Community News, Awareness, Charity, Climate change, Welfare, NGO, Startup, Economy, Finance, Business summit, Investments, News photo, Breaking news, Exclusive image, Latest update, Coverage, Event highlight, Politics, Election, Politician, Campaign, Government, prativad news photo, top news photo, प्रतिवाद, समाचार, हिन्दी समाचार, फोटो समाचार, फोटो
Place: भोपाल                                                👤By: prativad                                                                Views: 1555

18 मई 2024। पिछले कुछ समय से, दुनिया भर के कई देशों में लोगों को बिना जूते-चप्पल के घूमते हुए देखा जा रहा है। यह ट्रेंड सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान और भारत जैसे देशों में लोग नंगे पैर दफ्तरों, रेस्टोरेंट और यहां तक कि सड़कों पर भी घूमते हुए नजर आ रहे हैं।

इस अजीबोगरीब ट्रेंड के पीछे कई कारण हो सकते हैं। कुछ लोगों का मानना ​​है कि नंगे पैर चलने से स्वास्थ्य को कई फायदे होते हैं। इसका दावा किया जाता है कि इससे पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, तनाव कम होता है और रक्त संचार बेहतर होता है।

कुछ लोग पर्यावरण के प्रति जागरूकता के चलते भी ऐसा कर रहे हैं। उनका मानना ​​है कि जूते-चप्पल बनाने और उनका निपटान करने से पर्यावरण को नुकसान होता है।

इसके अलावा, कुछ लोग इसे सामाजिक बयान के रूप में भी देख रहे हैं। उनका मानना ​​है कि नंगे पैर चलना सादगी और विनम्रता का प्रतीक है।

हालांकि, इस ट्रेंड को लेकर चिंताएं भी हैं। डॉक्टरों का कहना ​​है कि नंगे पैर चलने से पैरों में चोट लगने, संक्रमण होने और कीटाणुओं के फैलने का खतरा बढ़ जाता है।

यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी जगहों पर नंगे पैर चलना उचित नहीं है। उदाहरण के लिए, गंदे या खतरनाक जगहों पर नंगे पैर चलने से बचना चाहिए।

नंगे पैर चलने का चलन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, लेकिन इसके फायदे और नुकसान दोनों पर विचार करना महत्वपूर्ण है। यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता और पर्यावरणीय जागरूकता का प्रतीक हो सकता है, लेकिन सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।

यह ट्रेंड कितना स्थायी होगा, यह तो समय ही बताएगा।

Related News

Global News