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बर्ड फ्लू का नया मोड़: गायों से मनुष्यों में संक्रमण

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Location: भोपाल                                                 👤Posted By: prativad                                                                         Views: 2401

भोपाल: 30 जुलाई 2024। अमेरिका में हुई एक अद्भुत घटना ने वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है। मार्च 2024 में टेक्सस के एक डेरी फार्म में एक गाय में बर्ड फ्लू पाया गया था। चौंकाने वाली बात यह थी कि कुछ समय बाद उस फार्म का एक श्रमिक भी इसी वायरस से संक्रमित हो गया।

यह पहला मामला था जब बर्ड फ्लू किसी स्तनधारी प्राणी से मानव में फैला हो। इस घटना ने वैज्ञानिकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या बर्ड फ्लू अब मानवों के लिए अधिक खतरनाक बन रहा है?

मिशीगन में भी मिलीं समान घटनाएं
कुछ महीनों बाद, लगभग एक हजार मील दूर मिशीगन में भी दो अलग-अलग डेरी फार्मों में इसी तरह की घटनाएं हुईं। इन फार्मों में भी गायों में बर्ड फ्लू पाया गया और कुछ श्रमिक भी इससे संक्रमित हुए। इन सभी मामलों में संक्रमण एच5एन1 वायरस से हुआ था, जो आमतौर पर पक्षियों में पाया जाता है।

क्यों है यह चिंता का विषय?
यह घटना इसलिए चिंता का विषय है क्योंकि:
नया संक्रमण मार्ग: पहले यह माना जाता था कि बर्ड फ्लू मुख्य रूप से पक्षियों से सीधे मानव में फैलता है। लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि यह वायरस मध्यस्थ जानवरों जैसे गायों के माध्यम से भी फैल सकता है।
व्यापक प्रसार: अमेरिका के कई राज्यों में डेरी फार्मों में बर्ड फ्लू फैल रहा है। यह संकेत देता है कि यह वायरस तेजी से फैल रहा है।
महामारी का खतरा: हालांकि अभी तक इस वायरस से मानवों में व्यापक महामारी फैलने के कोई संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन वैज्ञानिक इस खतरे से इनकार नहीं कर सकते।

क्या करें?
सावधानी बरतें: अगर आप किसी डेरी फार्म में काम करते हैं या किसी ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां बर्ड फ्लू फैला हुआ है, तो सावधानी बरतें।
स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें: अगर आपको बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें।
अधिक शोध की आवश्यकता: वैज्ञानिक इस वायरस के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए शोध कर रहे हैं।

बर्ड फ्लू का गायों से मानव में फैलना एक नई चुनौती है। वैज्ञानिकों को इस वायरस के व्यवहार को समझने और इसके खिलाफ प्रभावी टीके और दवाएं विकसित करने के लिए और अधिक शोध करने की आवश्यकता है।

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