Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 692
कौन से हैं ये चैनल और क्या फैला रहे थे फर्जी समाचार?
14 जून 2024 को, भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने 12 यूट्यूब चैनलों को फर्जी खबरें फैलाने के लिए चेतावनी दी थी। इन चैनलों के लाखों सब्सक्राइबर थे और उनके वीडियो को करोड़ों बार देखा जा चुका था।
इन चैनलों द्वारा फैलाई गई कुछ प्रमुख फर्जी खबरें:
लोकसभा चुनाव: इन चैनलों ने दावा किया था कि सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम में गड़बड़ी के कारण लोकसभा चुनावों को रद्द कर दिया है और नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया है।
सरकारी योजनाएं: इन चैनलों ने गलत जानकारी फैलाई थी कि सरकार बेटी की शादी के लिए 51,000 रुपये और राशन कार्ड धारकों को 2.5 लाख रुपये दे रही है।
कोविड-19: इन चैनलों ने कोविड-19 टीकों के बारे में भ्रामक दावे किए थे।
पीआईबी ने क्या कार्रवाई की?
पीआईबी ने इन चैनलों को चेतावनी जारी करते हुए उनके वीडियो को हटाने और गलत जानकारी को सही करने का आदेश दिया। साथ ही, इन चैनलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई।
बंद किए गए कुछ प्रमुख चैनलों में शामिल हैं:
न्यूज लाइव (34.3 लाख सब्सक्राइबर)
एसपीएन9 न्यूज (48 लाख सब्सक्राइबर)
एजुकेशनल दोस्त (34.3 लाख सब्सक्राइबर)
आपके गुरुजी
संवाद न्यूज
सरोकार भारत
स्वर्णिम भारत
नेशन टीवी
यह घटना क्यों महत्वपूर्ण है?
यह घटना सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों के खतरे को उजागर करती है। लाखों लोगों तक पहुंचने वाले इन चैनलों द्वारा फैलाई गई गलत जानकारी लोगों को गुमराह कर सकती है और सामाजिक अशांति पैदा कर सकती है।
आप कैसे सच और झूठ में अंतर कर सकते हैं?
स्रोत की जांच करें: किसी भी खबर को मानने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि यह विश्वसनीय स्रोत से आई है।
विभिन्न स्रोतों से जानकारी पढ़ें: एक ही खबर को विभिन्न स्रोतों से पढ़ें और उनकी तुलना करें।
संदेह करें: यदि कोई खबर सच होने के लिए बहुत अच्छी लगती है, तो शायद ही वह सच हो।
तथ्य-जांच वेबसाइटों का उपयोग करें: कई वेबसाइटें हैं जो फर्जी खबरों की जांच करती हैं। इन वेबसाइटों का उपयोग करके आप किसी खबर की सत्यता का पता लगा सकते हैं।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि सोशल मीडिया पर सब कुछ सच नहीं होता है। अपनी सोच समझकर जानकारी का उपयोग करें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करें।