13 सितंबर 2024। यदि आपके फोन में आपकी आईडी की फोटो सेव है, तो क्या आप जानते हैं कि कौन-कौन इसे एक्सेस कर सकता है? एक सामान्य-सी परमिशन भी आपके डेटा को उजागर कर सकती है। एक रिसर्च में सामने आया है कि कई पॉपुलर एंड्रॉइड ऐप्स महज कुछ खतरनाक परमिशन्स पर रुकते नहीं हैं, बल्कि औसतन 11 से ज्यादा खतरनाक परमिशन्स की मांग करते हैं।
50 सबसे पॉपुलर ऐप्स का विश्लेषण करने पर पता चला कि इन ऐप्स को यूजर्स की लोकेशन, फाइल्स और कैमरा जैसी जानकारियां पर्याप्त नहीं लगतीं। यहां तक कि सिर्फ एक परमिशन के साथ भी लाखों यूजर्स की निजी जानकारी लीक हो सकती है।
कैसे किया गया रिसर्च?
रिसर्च टीम ने Google Play Store से 50 पॉपुलर ऐप्स चुनीं और उनके 'मैनिफेस्ट फाइल्स' का विश्लेषण किया, जिससे यह पता चला कि कौन-कौन सी 'डेंजरस परमिशन्स' ऐप्स मांग रही हैं। एंड्रॉइड ऐप्स की मैनिफेस्ट फाइलें बताती हैं कि ऐप्स क्या-क्या एक्सेस कर सकती हैं। कुल मिलाकर, 41 प्रकार की 'खतरनाक परमिशन्स' हो सकती हैं, जो यूजर की प्राइवेसी या फोन के फंक्शन्स को प्रभावित कर सकती हैं।
सबसे ज्यादा परमिशन्स मांगने वाले ऐप्स
भारत की लोकप्रिय टेलीकॉम कंपनी Jio द्वारा विकसित MyJio ऐप सबसे ज्यादा 29 खतरनाक परमिशन्स की मांग करता है, जिसमें लोकेशन, कैमरा, माइक्रोफोन, फाइल्स, कैलेंडर और एक्टिविटी रिकग्निशन जैसी जानकारी शामिल हैं।
दूसरे नंबर पर WhatsApp आता है, जो 26 परमिशन्स की मांग करता है। Truecaller, जो कॉलर आईडी और स्पैम कॉल ब्लॉकिंग के लिए जाना जाता है, 24 खतरनाक परमिशन्स मांगता है। इसके बाद Google Messages और WhatsApp Business 23 परमिशन्स मांगते हैं, जबकि Facebook 22 और Instagram 19 परमिशन्स की मांग करते हैं।
हालांकि, कुछ गेम्स जैसे Among Us, Candy Crush और 8 Ball Pool बेहद कम परमिशन्स मांगते हैं। लेकिन कम परमिशन्स का मतलब यह नहीं है कि ऐप पूरी तरह सुरक्षित है।
सबसे ज्यादा मांगी जाने वाली परमिशन्स
सभी ऐप्स में से 47 ऐप्स यूजर्स से नोटिफिकेशन भेजने की परमिशन मांगते हैं। हालांकि यह सामान्य लग सकता है, लेकिन इसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे कि यूजर्स को अनचाही विज्ञापन या फिशिंग लिंक भेजना।
दूसरी सबसे आम परमिशन स्टोरेज एक्सेस की है। 40 ऐप्स को फाइल्स लिखने और 34 को पढ़ने की परमिशन चाहिए, जिसका मतलब है कि वे आपके फोन की आईडी फोटो भी एक्सेस कर सकते हैं।
कैमरा और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामान्य परमिशन्स में शामिल हैं, जिन्हें 33 ऐप्स मांगते हैं। यह कुछ ऐप्स के लिए जरूरी होता है, लेकिन इसका दुरुपयोग करके जासूसी या विज्ञापनों के लिए यूजर्स की जानकारी चुराई जा सकती है।
27 ऐप्स यूजर्स के Google अकाउंट्स से साइन-इन की परमिशन मांगते हैं, जिससे सोशल लॉगिन के जरिए अकाउंट हाइजैकिंग का खतरा हो सकता है।
इसके अलावा, 26 ऐप्स यूजर्स की सटीक लोकेशन और कॉन्टैक्ट्स पढ़ने की परमिशन भी मांगते हैं, जिससे यूजर का व्यक्तिगत डेटा विज्ञापन कंपनियों के हाथों में जा सकता है।
इनमें से 22 ऐप्स ब्लूटूथ कनेक्ट की परमिशन मांगते हैं, जिससे वे अन्य डिवाइस से डेटा शेयर कर सकते हैं, और 22 ऐप्स आपके फोन की स्टेट पढ़ने की परमिशन भी चाहते हैं, जो फोन नंबर और नेटवर्क जानकारी जैसी संवेदनशील जानकारियों तक पहुंचने का मौका देती है।
इन खतरों को समझते हुए, ऐप्स को उपयोगकर्ता की जानकारी का सही उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की डेटा चोरी या दुरुपयोग से बचा जा सके।
क्या आपके फोन में आईडी की फोटो है? तो ये ऐप्स आपकी जानकारी चुरा सकते हैं
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 764
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