15 नवंबर 2024। अमेरिकी उपभोक्ता वित्तीय सुरक्षा ब्यूरो (CFPB) ने टेक्नोलॉजी कंपनी अल्फाबेट के गूगल को औपचारिक संघीय निगरानी के अधीन लाने के कदम उठाए हैं।
इस कदम के तहत गूगल को ?नियमित निरीक्षण और अन्य कड़ी निगरानी? का सामना करना पड़ सकता है। यह निर्णय अमेरिकी न्याय विभाग (DoJ) के महीनों से चल रही उस चर्चा के बाद लिया गया है, जिसमें गूगल को एकाधिकार विरोधी उल्लंघनों के लिए बांटने की संभावना पर विचार किया जा रहा है, खासकर सर्च इंजन क्षेत्र में इसकी मजबूत पकड़ को लेकर।
अगस्त में एक संघीय न्यायाधीश ने अल्फाबेट की सहायक कंपनी गूगल को दोषी ठहराया था कि उसने सर्च इंजन के तौर पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए लाखों डॉलर खर्च किए। इसके बाद अमेरिकी नियामकों ने कंपनी के कुछ हिस्सों, जैसे कि उसका क्रोम ब्राउज़र या एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम, को अलग करने का संकेत दिया।
वॉशिंगटन पोस्ट ने बताया कि ये महीनों की गुप्त चर्चाओं के दौरान गूगल ने इस विचार का कड़ा विरोध किया है, जिससे आने वाले समय में अधिक नियामक संघर्षों का संकेत मिलता है।
"संयुक्त राज्य अमेरिका बनाम गूगल" नामक मुकदमा पहली बार ट्रम्प प्रशासन द्वारा 2020 में दर्ज किया गया था। अल्फाबेट ने अगस्त में आए इस फैसले के खिलाफ अपील करने का निर्णय लिया है, जिससे यह मामला अगले साल तक लंबा खिंच सकता है।
हालांकि, ट्रम्प की राष्ट्रपति चुनाव में जीत का प्रभाव CFPB की शक्तियों पर भी पड़ सकता है, जिसे 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद बैंकिंग उद्योग को विनियमित करने के लिए गठित किया गया था। CFPB संघीय उपभोक्ता वित्तीय कानून लागू करने के लिए प्रमुख संघीय नियामक है।
संघीय निगरानी की स्थिति में गूगल के आंतरिक रिकॉर्ड्स तक नियामकों को पहुंच होगी और CFPB को असंगत माने जाने वाले किसी भी कार्य को सुधारने के लिए गूगल को बाध्य कर सकते हैं।
टेक कंपनियों के खिलाफ बढ़ते नियामक दबाव में एक और झटका गुरुवार को उस समय आया जब एक अमेरिकी संघीय न्यायाधीश ने सोशल मीडिया पर एकाधिकार के आरोप में मेटा (फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और थ्रेड्स की मूल कंपनी) के खिलाफ मुकदमे को सुनवाई के लिए मंजूरी दे दी।
इसके साथ ही फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, FTC ने घोषणा की है कि वह माइक्रोसॉफ्ट के एज़्योर क्लाउड प्लेटफॉर्म और माइक्रोसॉफ्ट 365 डिवीज़न में प्रतिस्पर्धा-विरोधी गतिविधियों की जांच करने की तैयारी कर रहा है।
विडंबना यह है कि 2023 में गूगल ने FTC के साथ शिकायत दर्ज की थी और सितंबर में यूरोपीय संघ के नियामकों से भी शिकायत की थी, जिसमें उसने माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर पर क्लाउड बाजार में प्रतिस्पर्धा को दबाने का आरोप लगाया था।
हाल के वर्षों में DoJ और FTC ने Amazon और Apple के खिलाफ भी अवैध एकाधिकार बनाए रखने के लिए कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
अल्फाबेट ने इस रिपोर्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
अमेरिकी नियामक की नजरें गूगल पर, होगा सख्त निरीक्षण और नियमन
Place:
नई दिल्ली 👤By: prativad Views: 1161
Related News
Latest News
- उज्जैन और ग्वालियर के लिए पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा जमीन पर
- भारत ने व्हाट्सएप पर 25 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया
- मंत्रि-परिषद के निर्णय: श्रीकृष्ण पाथेय न्यास गठन और 209 स्टाफ नर्सों की नियुक्ति को मंजूरी
- एचआईवी जीनोम की पहचान के लिए नई फ्लोरोमेट्रिक तकनीक विकसित
- भारत को वैश्विक वित्तीय केंद्र बनाने की दिशा में एक कदम है गिफ्ट सिटी - मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- मध्य प्रदेश बनेगा दुनिया के सबसे जहरीले सांपों का घर