
26 अक्टूबर 2017। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में क्षरण को लेकर दायर की गई याचिका पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर कमेटी के पक्ष में फैसला सुनाया. कोर्ट ने यह भी कहा कि महाकाल का अभिषेक RO के पानी से होगा.
इससे पहले कोर्ट में अपना पक्ष रखने और अलग-अलग बिन्दुओं पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को महाकाल मंदिर समिति की अहम बैठक हुई. बैठक में कई निर्णय लिए गए. इसमें सबसे अहम् श्रद्धालुओं के लिए एक आरओ पानी का फिल्टर प्लांट जल्द लगाने का निर्णय लिया गया. श्रद्धालु उस प्लांट से ही जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ा सकेंगे.
इसी को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को तय करना था कि महाकाल मंदिर में शिवलिंग के क्षरण को रोकने के लिए क्या व्यवस्था की जानी चाहिए. इसको लेकर महाकाल मंदिर समिति की एक बैठक गुरुवार को वैदिक शोध संस्था चिंतामन मंदिर के पास हुई. जिसमें उज्जैन कलेक्टर सहित आला अधिकारी मौजूद रहे.
समिति ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी बात रखने के लिए कई निर्णय लिए. साथ ही क्षरण रोकने के लिए भी कई सुझाव दिए. जिसमें सबसे बड़ी बात ये कि पुरातत्व विभाग की टीम ने कहा था की दूषित जल के कारण भी क्षरण की बात सामने आई है. इसको लेकर निर्णय लिया गया है की अब जल्द ही महाकाल मंदिर में एक नया आरओ प्लांट लगेगा. श्रद्धालु इसमें से ही जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ा सकेंगे.