जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में हुए आतंकी हमले पर भाजपा के महासचिव राम माधव ने बेहद तल्ख संदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अगर दुश्मन एक दांत तोड़े तो उसका पूरा जबड़ा तोड़ना होगा.
राम माधव ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उरी हमले के दोषियों को नहीं बख्शने की बात कही है. ऐसे लोगों के लिए सही होगा कि वे एक दांत को नुकसान पहुंचाते हैं तो उनका पूरा जबड़ा तोड़ देना चाहिए. संयम रखने का समय खत्म हो चुका है. अगर आतंकवाद कमजोरी और कायरता को दर्शाता है तो बार-बार इन हमलों को सहना भी सही नहीं है. भारत इसे साबित करके रहेगा.'
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि मैं देश को आश्वासन देना चाहता हूं कि हमले के पीछे दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. हमले में शहीद हुए जवानों को हम सैल्यूट करते हैं. राष्ट्र के लिए की गई उनकी सेवा हमेशा याद की जाएगी.
We strongly condemn the cowardly terror attack in Uri. I assure the nation that those behind this despicable attack will not go unpunished.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 18, 2016
इस पर लोगों की प्रतिक्रिया आना भी जारी है. लोगो कठोर शब्दों से पाकिस्तान के इस घृणित कदम की उलाहना कर रहे हैं.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी उरी आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने सीधे तौर इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया. राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'पाकिस्तान एक आतंकी देश है, उसे इसी पहचान के साथ अलग-थलग किया जाना चाहिए.'
There are definite and conclusive indications that the perpetrators of Uri attack were highly trained, heavily armed and specially equipped.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 18, 2016
I am deeply disappointed with Pakistan?s continued and direct support to terrorism and terrorist groups.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 18, 2016
उन्होंने कहा, आतंकवाद और आतंकी समूहों के पाकिस्तान के निरंतर एवं सीधे समर्थन को लेकर मुझे गहरी निराशा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा, इस बारे में ठोस और निष्कर्षात्मक संकेत हैं कि उरी हमले को अंजाम देने वाले काफी प्रशिक्षित और विशेष हथियारों से लैस थे.
मालूम हो कि रविवार तड़के जम्मू-कश्मीर के उरी कस्बे में सेना के शिविर को आतंकियों ने विस्फोट कर उड़ा दिया, जिसमें झुलसकर 17 जवान शहीद हो गए, जबकि 16 अन्य घायल हो गए.