
15 अप्रैल 2024। आइसक्रीम गर्मी के दिनों में तो क्या, हर मौसम में पसंद की जाने वाली चीज़ है। मगर क्या आप जानते हैं कि ज़्यादा आइसक्रीम खाना सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है? आइए जानते हैं कैसे।
ज़्यादा मीठा, ज़्यादा फैट
आइसक्रीम में आम तौर पर चीनी और फैट की मात्रा ज़्यादा होती है। ज़्यादा मीठा खाने से मोटापा, डायबिटीज़, और दांतों में सड़न का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, ज़्यादा फैट, खासकर सैचुरेटेड फैट, शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा सकता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा रहता है।
और भी हैं नुक़सान
माइग्रेन: कुछ लोगों को ज़्यादा ठंडी चीज़ें खाने से सिरदर्द की शिकायत हो सकती है, जिसे माइग्रेन कहते हैं।
पेट की ख़राबी: ज़्यादा आइसक्रीम खाने से पेटर्दद, उबकाई, या दस्त लग सकते हैं। ऐसा खासकर उन लोगों को हो सकता है जिन्हें लैक्टोज़ से संबधित पाचन संबंधी समस्याएं हों।
तो क्या आइसक्रीम खाना ही छोड़ दें?
नहीं ज़रूरी! आप थोड़े से ध्यान से आइसक्रीम का मज़ा ले सकते हैं।
कम मात्रा में खाएं: कभी-कभार एक स्कूप या छोटी डिब्बी ही खाने की कोशिश करें।
शुगर-फ्री या लो-फैट विकल्प चुनें: आजकल बाज़ार में कई तरह की डायट-फ्रेंडली आइसक्रीम उपलब्ध हैं, जिनमें चीनी या फैट कम होता है।
घर पर बनाएं हेल्दी आइसक्रीम: आप फल, दही, या मेवे मिलाकर घर पर भी कम मीठी और ज़्यादा हेल्दी आइसक्रीम बना सकते हैं।
आखिर में...
आइसक्रीम का मज़ा लेना बुरी बात नहीं है, बस संतुलन बनाए रखना ज़रूरी है। थोड़ी सी सावधानी से आप स्वाद के साथ सेहत का भी ख्याल रख सकते हैं।