
22 जुलाई 2024। मैहर की वीर बेटी अंजना सिंह ने एक बार फिर अपनी वीरता का परिचय देते हुए, लद्दाख की 6011 फीट ऊँची शिनकुन ईस्ट चोटी पर तिरंगा फहराकर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
अमरपाटन तहसील के बेंदुराकला गांव की रहने वाली अंजना, 12 जुलाई को अपनी टीम के साथ बेस कैंप पहुंची थीं। 18 जुलाई को उन्होंने हिमाचल प्रदेश और लद्दाख की सीमा पर स्थित शिनकुन चोटी की चढ़ाई शुरू की। 19 जुलाई की सुबह 9:45 बजे, उन्होंने 6011 मीटर ऊँची शिनकुन ईस्ट चोटी पर विजय प्राप्त कर इतिहास रच दिया।
यह उपलब्धि हासिल करने वाली विंध्य क्षेत्र की पहली महिला होने का गौरव अंजना सिंह को प्राप्त हुआ है। 19 जुलाई को खराब मौसम और 15 डिग्री सेल्सियस तापमान के बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य को प्राप्त किया।
यह अंजना की पहली उपलब्धि नहीं है। इससे पहले 20 मई को, उन्होंने मनाली में 15 हजार फीट ऊँची फ्रेंडशिप चोटी पर भी तिरंगा फहराया था।
अंजना के पिता राजेश सिंह, जो एक किसान हैं, ने हमेशा उनकी बेटी का समर्थन किया है। अंजना के गुरु एडवोकेट शिवेन्द्र सिंह बघेल और भाई बृजेश सिंह ने भी उनकी इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अंजना का सपना माउंट एवरेस्ट को फतह करने का है। वह निश्चित रूप से अपनी मेहनत और लगन से इस सपने को भी पूरा करेगी।
अंजना सिंह उन युवाओं के लिए प्रेरणा हैं जो सीमित संसाधनों के बावजूद भी अपने सपनों को पूरा करने का जज्बा रखते हैं। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि सफलता के लिए केवल आत्मविश्वास और दृढ़ निश्चय की आवश्यकता होती है।