31 जुलाई 2024। कड़कनाथ मुर्गे की बढ़ती मांग के बीच, एक नई मुर्गी की प्रजाति ने किसानों के बीच खलबली मचा दी है। इसका नाम है नर्मदा निधि। यह प्रजाति कड़कनाथ मुर्गे और जबलपुर कलर मुर्गे के क्रॉस से विकसित की गई है। नर्मदा निधि मुर्गे की खासियत यह है कि यह कम समय में अधिक वजन प्राप्त करता है और साल भर में ढेर सारे अंडे देता है।
नानाजी देशमुख पशु विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा विकसित की गई इस नई प्रजाति में कड़कनाथ के 25% लक्षण और जबलपुर कलर मुर्गे के 75% लक्षण पाए जाते हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीके प्रजापति के अनुसार, नर्मदा निधि मुर्गे को घर के पीछे थोड़ी सी जगह में भी पाला जा सकता है। यह किसानों के लिए बेहद लाभदायक साबित हो सकता है।
नर्मदा निधि की खासियतें:
तेजी से वजन बढ़ाना: नर्मदा निधि मुर्गे महज ढाई महीने में ही 800 से 900 ग्राम वजन प्राप्त कर लेते हैं, जबकि देसी मुर्गों को 180 से 190 दिन लग जाते हैं।
अधिक अंडे देना: नर्मदा निधि मुर्गी साल भर में 170 से 190 अंडे देती है, जबकि देसी मुर्गी केवल 45 से 50 अंडे देती है।
स्वादिष्ट मांस: नर्मदा निधि का मांस कड़कनाथ की तरह ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है।
कम लागत में पालन: नर्मदा निधि को पालना आसान और कम खर्चीला है।
किसानों के लिए लाभ:
नर्मदा निधि मुर्गे का पालन किसानों के लिए कई तरह से फायदेमंद है। यह कम समय में अधिक मुनाफा दिला सकता है। इसके अलावा, यह किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर सकता है।
शहडोल जिले में मुर्गी पालन:
शहडोल जिले में अधिकांश किसान आरआईआर किस्म के मुर्गे पालते हैं। नर्मदा निधि मुर्गी के आने से किसानों के पास एक बेहतर विकल्प होगा। यह न केवल उनकी आय बढ़ाएगा बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाएगा।
नर्मदा निधि मुर्गी एक ऐसी नई प्रजाति है जो किसानों के लिए कई संभावनाएं खोलती है। यह न केवल किसानों की आय बढ़ाएगी बल्कि देश के कुकुटपालन क्षेत्र को भी मजबूत करेगी।
कड़कनाथ का कॉकटेल: नर्मदा निधि मुर्गी ने मचाई धूम
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 771
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