24 अगस्त 2024। नर्मदा नदी के तट पर स्थित महेश्वर शहर की ऐतिहासिक धरोहर ज्वालेश्वर महादेव मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य तेजी से चल रहा है। स्थानीय समुदाय और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से इस 17वीं शताब्दी के मंदिर को नया जीवन दिया जा रहा है।
मंदिर की जटिल नक्काशी और अनूठी वास्तुकला इसे एक खास स्थान देती है। समय और क्षरण के कारण यह मंदिर ढहने के कगार पर आ गया था। इंदौर कमिश्नर दीपक सिंह के नेतृत्व में एक सामुदायिक पहल के तहत 80 लाख रुपये से अधिक राशि जुटाई गई है, जो मंदिर के पुनर्निर्माण में खर्च की जा रही है।
महेश्वर के निवासियों ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए एकजुट होकर काम किया है। मंदिर के जीर्णोद्धार में स्थानीय लोगों ने स्वयंसेवक के रूप में अपना समय दिया है और निर्माण सामग्री भी दान की है।
मंदिर की नक्काशी, दरवाजे और पैनल मराठा युग के कुशल शिल्पियों की कला का प्रदर्शन करते हैं। जीर्णोद्धार कार्य में मंदिर की संरचना को स्थिर करना, क्षतिग्रस्त भागों की मरम्मत करना और बाढ़ से बचाने के लिए सुरक्षात्मक दीवार का निर्माण शामिल है।
मंदिर के जीर्णोद्धार के पूरा होने के बाद यह पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बनने की उम्मीद है। इससे क्षेत्र के सांस्कृतिक और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
महेश्वर में ऐतिहासिक ज्वालेश्वर महादेव मंदिर का जीर्णोद्धार
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 919
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