18 सितंबर 2024: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि राज्य में पारंपरिक खेल मलखंब और जिम्नास्टिक को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग अकादमियों की स्थापना की जाएगी। ये अकादमियां प्रदेश के युवाओं को इन खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने का मंच प्रदान करेंगी। साथ ही साहसिक खेल गतिविधियों को पर्यटन और वन विभाग के साथ जोड़कर स्पोर्ट्स एडवेंचर का हिस्सा बनाने पर भी जोर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों से साहसिक खेलों के लिए युवाओं का चयन किया जाएगा और उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रत्येक जिले में हेलीपैड युक्त स्टेडियम का निर्माण
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक खेल स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा, जिसमें हेलीपैड की भी सुविधा होगी। इन स्टेडियमों का उद्देश्य खेल गतिविधियों के साथ-साथ आपातकालीन सेवाओं को भी सक्षम बनाना है। उन्होंने खेलों के साथ रोजगारोन्मुखी योजनाओं को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया, विशेष रूप से महिलाओं, किसानों, युवाओं और गरीबों के लिए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मंत्रालय में खेल एवं युवा कल्याण विभाग की समीक्षा कर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) September 18, 2024
बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री @VishvasSarang एवं विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।@DrMohanYadav51#DrMohanYadav #CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/YS7W3dW4Db
घुड़सवारी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए काठियावाड़ी घोड़ों पर जोर
मुख्यमंत्री यादव ने खेल समीक्षा बैठक में बताया कि काठियावाड़ी घोड़े घुड़सवारी खेलों के लिए अत्यधिक उपयुक्त हैं और इनका उपयोग कर प्रदर्शन को और बेहतर बनाया जा सकता है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने भी बताया कि मध्य प्रदेश की घुड़सवारी और शूटिंग में प्रदर्शन उत्कृष्ट है और प्रदेश की खेल अकादमी देश की शीर्ष अकादमियों में से एक है, जिसमें 32 घोड़े प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध हैं।
ओलंपिक और एशियन गेम्स विजेताओं को मिलेगा राजपत्रित अधिकारी का पद
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलंपिक और एशियन गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी पद पर नियुक्त करने का प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट में रखा जाएगा। इसके तहत, योग्य खिलाड़ियों को खेल कोटे के तहत उच्च शिक्षा, वन, परिवहन, पुलिस, और अन्य विभागों में नौकरियों की पेशकश की जाएगी।
'खेलो-बढ़ो' अभियान के तहत बढ़ेगी छात्र-छात्राओं की भागीदारी
मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि खेलों के प्रति युवाओं की रुचि बढ़ाने के लिए 'खेलो-बढ़ो' अभियान के तहत प्रदेश भर के स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को जोड़ा जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों की खेल प्रतिभाओं की पहचान और विकास करना है। इसी कड़ी में 'खेलो एमपी यूथ गेम्स' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 16 वर्ष से कम आयु के प्रतिभागी 24 खेलों में हिस्सा लेंगे।
ग्रामीण युवाओं के लिए विशेष आयोजन और राष्ट्रीय स्तर पर खेल मंथन शिविर
डॉ. यादव ने कहा कि खेल समारोह को बेहतर तरीके से आयोजित करने के लिए एक वार्षिक कैलेंडर बनाया जाएगा और राष्ट्रीय स्तर पर खेल मंथन शिविर भी आयोजित होंगे। उन्होंने ग्रामीण युवाओं के समन्वय से जिलों और विकासखंड स्तर पर राष्ट्रीय पर्वों के दौरान खेल कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए।
खेल विभाग में पदोन्नति: महानिदेशक खेल का नया पद
खेल मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने खेल विभाग के ढांचे में बदलाव की बात कही, जिसमें संचालक खेल के पद को महानिदेशक खेल के रूप में उन्नत करने का प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।