22 सितम्बर 2024। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में विश्व की सबसे बड़ी रीवा सौर परियोजना के साथ-साथ ओंकारेश्वर में 600 मेगावाट क्षमता की फ्लोटिंग सोलर परियोजना भी विकसित की जा रही है। इन परियोजनाओं ने न केवल राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया है बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी प्रदान किए हैं।
रीवा सौर परियोजना: एक गौरवशाली अध्याय
रीवा सोलर परियोजना को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एक केस स्टडी के रूप में शामिल किया जाना मध्यप्रदेश के लिए गौरव का विषय है। यह परियोजना न केवल विश्व की सबसे बड़ी बल्कि सबसे सस्ती दर पर बिजली उत्पादन करने वाली परियोजना भी है। इस परियोजना ने साबित कर दिया है कि भारत सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विश्व नेतृत्व कर सकता है।
सौर ऊर्जा से पर्यावरण संरक्षण
मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन में कमी लाई जा रही है, जिससे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद मिल रही है। इसके अलावा, सौर ऊर्जा से वायु प्रदूषण में भी कमी आ रही है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है।
राज्य सरकार का लक्ष्य
मध्यप्रदेश सरकार का लक्ष्य राज्य को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है और इस दिशा में तेजी से काम कर रही है।
मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की विभिन्न योजनाएँ
मध्यप्रदेश सरकार ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएँ शुरू की हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य राज्य को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना और साथ ही पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना है।
कुछ प्रमुख योजनाएँ
मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा योजना: इस योजना के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र योजना: इस योजना के तहत वाणिज्यिक और औद्योगिक इकाइयों को अपनी छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इससे बिजली की बचत होती है और कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है।
कृषि पंपों के लिए सौर ऊर्जा योजना: इस योजना के तहत किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले कृषि पंप स्थापित करने के लिए सब्सिडी दी जाती है। इससे किसानों की ऊर्जा लागत कम होती है और सिंचाई के लिए बिजली की निर्भरता कम होती है।
सौर ऊर्जा पार्क: राज्य सरकार ने विभिन्न स्थानों पर सौर ऊर्जा पार्क स्थापित करने की योजना बनाई है। इन पार्कों में बड़ी संख्या में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
सौर ऊर्जा आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन: राज्य सरकार सौर ऊर्जा आधारित उद्योगों को स्थापित करने के लिए निवेशकों को कई तरह के प्रोत्साहन दे रही है। इससे राज्य में रोजगार के अवसर सृजित होंगे और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
जिला स्तरीय सौर ऊर्जा अभियान: राज्य सरकार ने सभी जिलों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाए हैं। इन अभियानों के माध्यम से लोगों को सौर ऊर्जा के फायदों के बारे में जागरूक किया जाता है।
मध्यप्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक उभरता हुआ राज्य है। राज्य सरकार के प्रयासों और निजी क्षेत्र के सहयोग से मध्यप्रदेश जल्द ही देश में सौर ऊर्जा का अग्रणी राज्य बन जाएगा।
मध्यप्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 1801
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