9 अक्टूबर 2024। भारत के दिग्गज उद्योगपति और टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन, रतन टाटा का आज निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। टाटा परिवार और उद्योग जगत के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। रतन टाटा का निधन भारत के उद्योग और सामाजिक क्षेत्र में एक युग के अंत के रूप में देखा जा रहा है। देश-विदेश के नेताओं और उद्योगपतियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
रतन टाटा ने अपने नेतृत्व में टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी दूरदर्शी सोच और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति समर्पण के कारण उन्होंने न केवल भारतीय उद्योग को बदलने का काम किया, बल्कि टाटा समूह को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित किया।
रतन टाटा को उनके सरल जीवन और उच्च आदर्शों के लिए भी जाना जाता था। उन्हें 2008 में 'नैनो कार' के निर्माण के लिए विशेष रूप से सराहा गया, जिसने आम भारतीय के सपने को साकार किया। इसके अलावा, उन्होंने टाटा समूह को जगुआर और लैंड रोवर जैसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स का मालिक बनाया।
पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित
रतन टाटा का भारत के कारोबारी जगत में काफी अहम योगदान माना जाता है। वे भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण (2008) और पद्म भूषण (2000) से सम्मानित किए जा चुके हैं। वह प्रतिष्ठित कैथेड्रल और जॉन कानोन स्कूल, बिशप कॉटन स्कूल (शिमला), कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड के पूर्व छात्र हैं।
देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समेत कई शीर्ष नेताओं ने रतन टाटा के निधन पर संवेदना प्रकट की है। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा, "रतन टाटा एक महान उद्योगपति और प्रेरणादायी व्यक्ति थे। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।"
रतन टाटा का अंतिम संस्कार मुंबई में उनके परिवार और करीबी मित्रों की उपस्थिति में किया जाएगा। उनके निधन से देश के उद्योग और समाज सेवा के क्षेत्र में एक बड़ा शून्य उत्पन्न हो गया है, जिसे भरना मुश्किल होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रतन टाटा के निधन पर पोस्ट कर दुख जताया है। साथ ही उन्होंने रतन टाटा को दूरदर्शी बिजनेस लीडर, एक दयालु व्यक्ति और असाधारण इंसान बताया।
Shri Ratan Tata Ji was a visionary business leader, a compassionate soul and an extraordinary human being. He provided stable leadership to one of India?s oldest and most prestigious business houses. At the same time, his contribution went far beyond the boardroom. He endeared? pic.twitter.com/p5NPcpBbBD
? Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2024
रतन टाटा के निधन से शोक में डूबा उद्योग जगत, भारत को अपूरणीय क्षति
टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष और भारत के प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा का आज निधन हो गया। 86 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। रतन टाटा के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन को भारतीय उद्योग के लिए एक युग का अंत माना जा रहा है।
देश के सुप्रसिद्ध उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन श्री रतन टाटा जी का निधन उद्योग जगत ही नहीं, अपितु समस्त भारतवासियों के लिए अपूरणीय क्षति है।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 9, 2024
आज देश ने एक महान उद्योगपति के साथ ही बेहद संवेदनशील, राष्ट्रसेवा एवं मानवता के प्रति सदैव समर्पित शख्सियत को खोया है। उनके? pic.twitter.com/3uzknCHqLb
रतन टाटा ने अपने कार्यकाल के दौरान टाटा समूह को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। वह समाज सेवा और नवाचार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए भी जाने जाते थे।
उनके निधन पर उद्योगपतियों, राजनेताओं और देश-विदेश के बड़े नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया।