
22 अक्टूबर 2024। इंदौर की युवा गोताखोर पलक शर्मा इन दिनों चीन के ग्वांगझू में आयोजित एशियाई डाइविंग चैंपियनशिप में भारतीय दल का नेतृत्व कर रही हैं। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता दक्षिण पूर्व एशिया के सर्वश्रेष्ठ गोताखोरों को एक मंच पर लाती है।
दादाजी को श्रद्धांजलि
चैंपियनशिप से कुछ दिन पहले अपने दादाजी को खोने के बावजूद, पलक ने प्रतियोगिता में भाग लेने का दृढ़ संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, "मेरे दादाजी मेरे सबसे बड़े समर्थक थे। मैं इस चैंपियनशिप में उनके नाम पर पदक जीतना चाहती हूं।" पलक का मानना है कि अगर सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी निजी नुकसान के बाद भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं, तो वह भी कर सकती हैं।
गोताखोरी में शानदार सफर
मात्र आठ साल की उम्र से तैराकी शुरू करने वाली पलक ने 12 साल की उम्र में प्रतिस्पर्धी गोताखोरी में कदम रखा था। 2018 से, उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 50 से अधिक पदक जीते हैं। इनमें चार स्वर्ण, पांच रजत और एक कांस्य अंतरराष्ट्रीय पदक, साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर 29 स्वर्ण, आठ रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं।
अनेक सम्मान
अपनी उम्र के बावजूद, पलक को कई सम्मान मिल चुके हैं। इनमें प्रधानमंत्री का राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (2021) और मध्य प्रदेश का एकलव्य पुरस्कार (2022) शामिल हैं। वे 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान की ब्रांड एंबेसडर भी हैं।