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मध्य प्रदेश उपचुनाव: शिवराज सिंह चौहान और कार्तिकेय चौहान के लिए कड़ी परीक्षा, गठबंधनों में उभरते मतभेद

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Location: भोपाल                                                 👤Posted By: prativad                                                                         Views: 126

भोपाल: 25 अक्टूबर 2024। महाराष्ट्र और झारखंड के आम चुनाव के साथ मध्य प्रदेश में हो रहे उपचुनाव भी राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बन गए हैं। भाजपा और कांग्रेस गठबंधन के साथ चुनाव में हैं, लेकिन उपचुनाव में गठबंधन में मतभेद उभर रहे हैं। यूपी में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को कोई सीट नहीं दी, और मध्य प्रदेश में सपा ने कांग्रेस के अर्जुन आर्य को पार्टी में शामिल कर चुनावी मैदान में उतार दिया। विजयपुर सीट पर, जो पहले कांग्रेस की थी, अब भाजपा के मंत्री रामनिवास रावत उम्मीदवार हैं।

मध्य प्रदेश के बुधनी में उपचुनाव शिवराज सिंह चौहान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनकी पारंपरिक सीट है, और उनके पुत्र कार्तिकेय चौहान भी इस क्षेत्र में सक्रिय हैं। कार्तिकेय के भाषण में विपक्ष पर विवादास्पद टिप्पणी चर्चा में है, जिससे लोकतांत्रिक मर्यादा पर सवाल उठ रहे हैं। बुधनी का विकास अभी भी अधूरा है, जबकि इस क्षेत्र से शिवराज सिंह चौहान लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं। अन्य क्षेत्रों जैसे चुरहट और राधौगढ़ में भी विकास की कमी दिखाई देती है, जो मध्य प्रदेश में लीडरशिप के विकास दृष्टिकोण की कमी को उजागर करता है।

राजनीतिक नेतृत्व में विकास के प्रति कमिटमेंट की कमी मध्य प्रदेश को पिछड़ा बना रही है। इसके विपरीत, दक्षिण भारतीय राज्यों और महाराष्ट्र में नेता अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास के प्रति अधिक सक्रिय दिखाई देते हैं। मध्य प्रदेश में अभी भी सरकार की योजनाएं लोगों को मुफ्त सुविधाएं देने पर केंद्रित हैं, जिससे आत्मनिर्भरता और स्थायी विकास पर कम ध्यान दिया जा रहा है।

मध्य प्रदेश के राजनीतिक हालात अब विचारधाराओं से हटकर सिर्फ सत्ता तक सीमित हो गए हैं, जैसे विजयपुर सीट पर कांग्रेस के पूर्व नेता रामनिवास रावत अब भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उपचुनाव में जीत का माहौल बना लिया है, लेकिन कार्तिकेय चौहान का भाषण कांग्रेस की संभावनाओं को और मजबूती दे रहा है।

बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों के भीतर असंतोष उभर रहा है, और इन चुनावों का परिणाम शिवराज सिंह चौहान की राजनीतिक स्थिति पर गहरा असर डाल सकता है।

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