
भारत की इंफैंट्री की अजेय भावना का उत्सव
27 अक्टूबर 2024। आज, इंफैंट्री दिवस पर, हम भारतीय सेना की इंफैंट्री के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जो हमारे देश की सुरक्षा की रीढ़ हैं। ये निडर योद्धा, जो रक्षा की पहली पंक्ति में खड़े होते हैं, हमारी सीमाओं की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा में असाधारण साहस और बलिदान का परिचय देते रहे हैं।
इंफैंट्री, जिसे अक्सर 'युद्ध की रानी' कहा जाता है, के पास वीरता और बहादुरी का समृद्ध इतिहास है। अतीत की लड़ाइयों से लेकर वर्तमान की चुनौतियों तक, उन्होंने हमेशा कर्तव्य के प्रति अपनी अडिग निष्ठा के साथ खड़े रहकर अपने साहस का परिचय दिया है। उनकी अजेय भावना और निष्ठा हर भारतीय को प्रेरित करती है।
शक्ति, साहस और कर्तव्य का सार
इंफैंट्री शक्ति, साहस और कर्तव्य के सार का प्रतीक है। वे वे लोग हैं जो दुश्मन का सामना सबसे कठिन परिस्थितियों में करते हैं। उनके छोटे-बड़े बलिदानों के कारण ही हमारी सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
एक ऋणमुक्त कृतज्ञता
इस विशेष दिन पर, हम इंफैंट्री के सभी रैंकों और पूर्व सैनिकों के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। उनकी अथक मेहनत और निःस्वार्थ सेवा ने हमारे राष्ट्र को गर्व महसूस कराया है। उनका साहस और बलिदान इतिहास के पन्नों में सदैव अंकित रहेगा।
जैसे हम इंफैंट्री को सलाम करते हैं, आइए उन बहादुर सैनिकों के परिवारों को भी याद करें जो अलगाव और अनिश्चितता की कठिनाइयों का सामना करते हैं। उनका अडिग समर्थन उनकी शक्ति और दृढ़ता का प्रमाण है।
आइए हम अपनी इंफैंट्री की विरासत का सम्मान करने का संकल्प लें, उनके कल्याण का समर्थन करें और हमारे राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को मान्यता दें। ऐसा करके हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि इंफैंट्री की भावना आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहे।