भोपाल: 13 नवंबर 2024। वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान कार्ड निर्माण में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी बन गया है, जहाँ अब तक 2 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस उपलब्धि पर सभी संबंधित अधिकारियों, आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम, और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत सभी पात्र वरिष्ठ नागरिकों तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुँचाने के लिए संकल्पित है।
आयुष्मान भारत योजना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. योगेश भरसट ने बताया कि राज्य में प्रतिदिन 30 से 35 हजार वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। अब तक 70 वर्ष से अधिक आयु के 2 लाख 667 वरिष्ठ नागरिकों के कार्ड बनाए जा चुके हैं, जबकि केरल में अब तक 1 लाख 76 हजार 167 कार्ड बनाए गए हैं। सरकार ने 15 जनवरी तक 34 लाख 73 हजार 325 कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। इसके तहत आशा कार्यकर्ता, एएनएम, और सीएचओ घर-घर दस्तक दे रहे हैं, और विशेष कैंप भी आयोजित किए जा रहे हैं।
घर बैठे बना सकते हैं आयुष्मान कार्ड
डॉ. भरसट ने बताया कि 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक अब आयुष्मान ऐप या राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के पोर्टल के माध्यम से स्वयं पंजीयन कर सकते हैं। घर बैठे ही 'सेल्फ रजिस्ट्रेशन' विकल्प से यह कार्ड बनवाना संभव है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए "वय वंदना कार्ड"
वरिष्ठ नागरिकों को "वय वंदना कार्ड" नामक एक विशिष्ट कार्ड जारी किया जा रहा है, जो उन्हें अतिरिक्त ₹5 लाख तक की वार्षिक टॉप-अप कवरेज प्रदान करेगा। यह टॉप-अप केवल 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के नागरिकों के लिए है और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ साझा नहीं किया जा सकेगा। पहले से रजिस्टर्ड लाभार्थियों को वय वंदना कार्ड के लिए पुनः पंजीकरण करना अनिवार्य है, जिससे उन्हें कुल ₹10 लाख तक का कवरेज मिल सकेगा।
अन्य योजनाओं के लाभार्थियों के लिए विकल्प चयन
जो वरिष्ठ नागरिक केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना, ईसीएचएस, या अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, उन्हें अपनी मौजूदा योजना या आयुष्मान योजना में से किसी एक का चयन करना होगा। निजी स्वास्थ्य बीमा या ईएसआई में शामिल वरिष्ठ नागरिक भी आयुष्मान योजना का लाभ उठा सकते हैं।
ई-केवाईसी की सुविधा
योजना के तहत पहचान के लिए आधार कार्ड मुख्य दस्तावेज रहेगा। जिन नागरिकों के आधार कार्ड में केवल जन्मवर्ष दर्ज है, उन्हें 1 जनवरी 2025 को आधार मानकर पात्र माना जाएगा। ई-केवाईसी के लिए थंब इम्प्रेशन, आईरिस स्कैन और मोबाइल ओटीपी के तीन विकल्प प्रदान किए गए हैं।
वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड निर्माण में मध्यप्रदेश बना देश का अग्रणी राज्य
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
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