19 नवंबर 2024। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारतीय जीवन मूल्य और नैतिक सिद्धांत न केवल हमारे गौरवशाली अतीत का हिस्सा रहे हैं, बल्कि आज भी हमारी शिक्षा और समाज का आधार हैं। मंगलवार को भोपाल स्थित होटल ताज में एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटीज ऑफ एशिया एंड द पैसिफिक (AUAP) के 17वें सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने यह विचार साझा किए। डॉ. यादव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की और "उच्च शिक्षा का बदलता स्वरूप और हमारे जीवन मूल्य" विषय पर आयोजित इस सम्मेलन को समकालीन समय के लिए प्रासंगिक बताया।
प्राचीन भारत: शिक्षा और नैतिकता का संगम
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन भारत तक्षशिला और नालंदा जैसे विश्वविद्यालयों के माध्यम से विश्व के उच्च शिक्षा का केंद्र रहा है। विदेशी विद्यार्थी और राजकुमार यहां शिक्षा ग्रहण करने आते थे, लेकिन भारत में शिक्षा प्राप्त करने वाले किसी भी व्यक्ति ने कभी अन्य राज्यों पर आक्रमण नहीं किया। यह हमारी प्राचीन शिक्षा प्रणाली के सुदृढ़ नैतिक और जीवन मूल्यों का प्रमाण है।
डॉ. यादव ने महाकाव्य काल का जिक्र करते हुए कहा कि रावण और कौरवों की अपार शक्ति और क्षमता के बावजूद, उनके गलत जीवन मूल्य उनके पतन का कारण बने। वहीं, भगवान श्रीराम और पांडवों ने अपने जीवन मूल्यों और नैतिक सिद्धांतों के बल पर विजय प्राप्त की।
नई शिक्षा नीति: नवाचार और लचीलापन
मुख्यमंत्री ने नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत किए जा रहे नवाचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह नीति विद्यार्थियों के लिए अध्ययन को अधिक लचीला और रुचिकर बनाने पर केंद्रित है। अब विद्यार्थी विभिन्न विषयों और संकायों को अपनी रुचि के अनुसार चुन सकते हैं। इसके अतिरिक्त, आयु के बंधन से मुक्त शिक्षा और क्रेडिट आधारित प्रणाली जैसे नवाचारों को भी लागू किया गया है।
विश्व स्तर पर भारतीय मूल्यों की स्वीकार्यता
डॉ. यादव ने कहा कि भारत के जीवन मूल्य न केवल हमारी शिक्षा प्रणाली, बल्कि हमारी विदेश नीति में भी परिलक्षित होते हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल के संघर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शांतिदूत के रूप में उभरना भारतीय जीवन मूल्यों की वैश्विक स्वीकार्यता का उदाहरण है।
AUAP सम्मेलन: मध्यप्रदेश में नई संभावनाओं का द्वार
जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी के चांसलर श्री हरिमोहन गुप्ता ने कहा कि 35 देशों में सक्रिय AUAP का यह सम्मेलन भारत में पहली बार हो रहा है। संगठन ने मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा और कौशल विकास पर आधारित वैश्विक संस्थाएं स्थापित करने का लक्ष्य रखा है, जिससे छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा भारत में ही उपलब्ध हो सके।
सम्मेलन में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री अनुपम राजन, शिक्षाविद श्री अनूप स्वरूप, और विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने AUAP को मध्यप्रदेश में अपनी गतिविधियों का विस्तार करने के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव: भारतीय जीवन मूल्य ही सफलता का आधार
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 1292
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