व्हाइट हाउस की चीन को चेतावनी: टैरिफ पर जवाबी कार्रवाई "बीजिंग के लिए ठीक नहीं"

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Place: वॉशिंगटन                                                👤By: prativad                                                                Views: 425

14 अप्रैल 2025 | Prativad.com – अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव फिर से चरम पर है। व्हाइट हाउस ने चीन को सख्त चेतावनी दी है कि अमेरिकी टैरिफ नीतियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करना बीजिंग के लिए आर्थिक रूप से नुकसानदेह साबित हो सकता है।

प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने शुक्रवार को एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान स्पष्ट रूप से कहा, "अगर चीन अमेरिकी टैरिफ वृद्धि पर प्रतिक्रिया देना जारी रखता है, तो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा।" उन्होंने बताया कि 75 से अधिक देशों ने अमेरिका से व्यापार वार्ता की इच्छा जताई है — यह संकेत है कि राष्ट्रपति ट्रम्प की टैरिफ नीति असर दिखा रही है।

लेविट ने कहा, "सौदे करने के लिए व्हाइट हाउस की फोन लाइन लगातार व्यस्त है।" राष्ट्रपति ट्रम्प की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए कई देशों ने जवाबी कार्रवाई से परहेज़ किया और उन्हें 90 दिन की राहत और कम टैरिफ दरें मिलीं।

⚡ चीन पर विशेष सख्ती, टैरिफ दर 145% तक पहुंची
हाल ही में राष्ट्रपति ट्रम्प ने घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और व्यापार असंतुलन को सुधारने के लिए सभी आयातों पर 10% सार्वभौमिक टैरिफ और कुछ देशों पर उच्च "पारस्परिक" टैरिफ लगाए। हालांकि ज़्यादातर देशों को 90 दिन की राहत दी गई, लेकिन चीन को इससे बाहर रखा गया। चीन से आयातित वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाकर 145% कर दिया गया है।

जवाब में, चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 125% तक टैरिफ बढ़ा दिए और अमेरिका पर "आर्थिक बदमाशी" का आरोप लगाया। बीजिंग ने चेतावनी दी कि अगर यह टकराव जारी रहा, तो अमेरिका खुद को वैश्विक आर्थिक इतिहास में "एक मज़ाक" के रूप में पाएगा।



⚡ व्हाइट हाउस का दो टूक संदेश: पीछे हटे चीन
कैरोलिन लेविट ने पुष्टि की कि चीन पर वर्तमान टैरिफ दरें बरकरार रहेंगी। जब उनसे पूछा गया कि क्या बीजिंग अब पीछे हट रहा है, उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति ट्रम्प ने साफ कहा है कि अगर अमेरिका पर हमला होता है, तो उसका जवाब और ज़्यादा सख्त होगा।"

हालांकि प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि वह संवाद के लिए खुला है। लेविट ने कहा, "अगर चीन अमेरिका से कोई डील करना चाहता है, तो राष्ट्रपति उदारता दिखाने को तैयार हैं। लेकिन अगर जवाबी कार्रवाई जारी रही, तो यह चीन के लिए अच्छा नहीं होगा।"

उन्होंने यह भी कहा कि आलोचकों का यह दावा गलत है कि अमेरिका ने चीन पर पर्याप्त दबाव नहीं डाला। "ट्रम्प साहसी कदम उठा रहे हैं — वो कर रहे हैं, जो अब तक कोई और राष्ट्रपति नहीं कर पाया," लेविट ने कहा।

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