20 नवम्बर 2016, कानपुर के क़रीब रविवार तड़के तीन बजे पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरने से बड़ा हादसा हो गया. हादसे में कम से कम 112 लोग मारे गए हैं और 200 ज़ख्मी हैं. ट्रेन इंदौर से पटना जा रही थी.
रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया, "कानपुर देहात के पास पुखरायां स्टेशन पर इंदौर पटना एक्सप्रेस 19321 की 14 बोगियां पटरी से उतर गई हैं."
इस हादसे पर एक नज़र
उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) दलजीत सिंह चौधरी ने पत्रकारों को बताया कि इस हादसे में 63 लोगों की मौत हुई है, जबकि 200 के क़रीब घायल है.
एस 1 और एस 2 बोगी को सबसे ज़्यादा नुकसान, डिब्बों को कटर से काटकर अंदर फंसे हुए लोगों को निकालाने की कोशिश जारी
स्थानीय पत्रकार के मुताबिक जहां हादसा हुआ, वो सिंगल लाइन है. ऐसे में दुर्घटना की वजह से कई रेलगाड़ियां प्रभावित होंगी. ये लाइन लखनऊ को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से जोड़ती है.
घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है, राहत और बचाव कार्य जारी
मेरी प्रार्थनाएं भीषण रेल हादसे में घायल लोगों के साथ हैं. मैंने इस बारे में रेल मंत्री सुरेश प्रभु से बात की है, जो व्यक्तिगत रूप से इस मामले पर निगाह रखे हुए हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे से निपटने के लिए राहत और बचाव का काम जारी है. मेडिकल और दूसरी मदद पहुंचाई जा रही है: रेलमंत्री सुरेश प्रभु
Please note helpline nos All calls are attended to help anyone needing assistance pic.twitter.com/9aEsXalwR0
? Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) November 20, 2016
रेल मंत्री के मुताबिक जांच दल तुरंत हादसे के कारणों की जांच शुरू करेगा और जो कोई इस दुर्घटना के लिए ज़िम्मेदार होगा, उसके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई होगी.
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मृतकों के परिवारों को 3.5 लाख रुपए देने का ऐलान किया है. गंभीर रूप से ज़ख़्मी लोगों को 50 हज़ार और मामूली रूप से घायल यात्रियों को 25 हज़ार रुपए दिए जाएंगे.
कानपुर के नज़दीक पटना-इंदौर एक्सप्रेस के पटरी से उतरने में मारे गए लोगों की ख़बर से गहरा शोक पहुंचा है. पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं: गृहमंत्री राजनाथ सिंह