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प्रदेश में अब नये संभाग, जिले, उपखण्ड

Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 1127

और तहसील नये नियमों के तहत बनेंगे

11 मई 2019। मध्य प्रदेश में अब नये संभाग, जिले, उपखण्ड और तहसीलें नये नियमों के तहत बनेंगे। इसके लिये राज्य की कमलनाथ सरकार ने मप्र भू-राजस्व संहिता संभागों, जिलों, उपखण्डों तथा तहसीलों के परिवर्तन, सृजन तथा समाप्ति नियम 2018 में संशोधन का प्रारुप जारी कर दिया है। आगामी 15 मई के बाद ये नये नियम पूरे प्रदेश में प्रभावशील हो जायेंगे।



दरअसल पिछली शिवराज सरकार ने 7 सितम्बर 2018 को जब उक्त नियमों को जारी किया था तब उसमें संभाग, जिले व उपखण्ड हेतु अलग और तहसील के गठन हेतु अलग प्रारुप था। इसीलिये अब कमलनाथ सरकार को नया नियम बनाना पड़ा है जिसमें अब एक ही प्रारुप कर दिया गया है। दरअसल प्रदेश में वर्ष 2018 से पहले जो संभाग, जिले, उपखण्ड या तहसीलें बनती थीं उनके गठन के लिये किये जाने वाले प्रस्ताव का कोई निर्धारित प्रारुप नहीं था। पिछली शिवराज सरकार ने सितम्बर 2018 में जो दो प्रारुप जारी किये थे जिनमें पहला प्रारुप संभाग, जिला व उपखण्ड हेतु था और दूसरा प्रारुप तहसील हेतु था। परन्तु अब कमलनाथ सरकार ने नये नियम बनाकर संभाग, जिला, उपखण्ड और तहसील के गठन हेतु एक ही प्रारुप कर दिया है।



प्रदेश में अभी यह है स्थिति :

प्रदेश में वर्तमान में 10 संभाग, 52 जिले, 227 उपखण्ड और 424 तहसीलें हैं। उपखण्डों का पहले सृजन जिला कलेक्टर ही कर देते थे और बाद में शासन से इसमें डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य अमला पदस्थ करने के लिये व्यक्ति मांगते थे। इसीलिये अब राज्य सरकार ने नया प्रावधान कर दिया है कि उपखण्ड भी राज्य सरकार ही बनायेगी न कि जिला कलेक्टर। ज्ञातव्य है कि तहसीलदार द्वारा लिये गये निर्णयों पर उपखण्ड अधिकारी ही अपील सुनते हैं। प्रदेश में कई उपखण्ड ऐसे हैं जिनमें एक से अधिक तहसीलें आती हैं।



छिन्दवाड़ा संभाग बन सकता है :

कमलनाथ सरकार द्वारा जारी नये नियमों से अब छिन्दवाड़ा को संभाग बनाया जा सकेगा। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सरकार ने वर्ष 2008 में छिन्दवाड़ा को संभाग बनाये जाने की घोषणा की थी परन्तु बाद में इस पर अमल नहीं किया। अभी छिन्दवाड़ा जिला जबलपुर संभाग के अंतर्गत आता है तथा छिन्दवाड़ा जिले के लोगों को अपने कामकाज हेतु जबलपुर के संभागायुक्त कार्यालय में जाना पड़ता है। चूंकि मुख्यमंत्री कमलनाथ छिन्दवाड़ा जिले से ही हैं इसलिये अब वे इसे संभाग बनाने के लिये पहल कर रहे हैं। यह नया संभाग बना तो इसे सतपुड़ा संभाग कहा जायेगा क्योंकि सतपुड़ा संभाग के गठन की अनुशंसा मध्यप्रदेश के गठन के बाद जिला पुनर्गठन आयोग की थी। आयोग ने छिंदवाड़ा में अन्य चार जिले बैतूल, सिवनी, बालाघाट व नरसिंहपुर को मिलाकर सतपुड़ा संभाग के गठन की अनुशंसा की थी।

विभागीय अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में नये संभाग, जिले, उपखण्ड या तहसीलें बनाने के लिये नये प्रारुप नियम जारी किये गये हैं। इसमें अब इनके गठन हेतु दिये जाने वाले प्रस्ताव को एक ही प्रारुप में देना होगा।





(डॉ. नवीन जोशी)

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