22 मई 2019। प्रदेश में ऐसी उद्वहन सिंचाई परियोजनायें जो बंद पड़ी हैं एवं अन्य कारणों से उपयोगी नहीं रह गई हैं, उन्हें अब अपलेखित किया जायेगा। अपलेखन से इन पर आगे से रखरखाव पर कोई बजट आवंटित नहीं किया जायेगा।
इस संबंध में राज्य के जल संसाधन विभाग ने आठों कमांड एरिया यथा चम्बल बेतवा, नर्मदा ताप्ति, बैन गंगा, धसान केन, गंगा, यमुना, राजघाट तथा होशंगाबाद के मुख्य अभियंताओं को निर्देश जारी कर दिये हैं। इन मुख्य अभियंताओं से अपलेखित की गई उद्वहन सिंचाई योजनाओं की जानकारी भी मांगी गई है।
प्रदेश में लिफ्ट इरीगेशन यानि उद्वहन सिंचाई योजनायें तीन श्रेणियों में हैं। वृह्द एवं मध्यम सिंचाई योजनायें तो बंद नहीं की जा रही हैं परन्तु लघु सिंचाई परियोजनायें अब बंद की जा रही हैं। प्रदेश में करीब 5 हजार लघु सिंचाई योजनायें पिछले 25 वर्षों में पूर्ण की गई हैं तथा 404 लघु योजनाओं का निर्माण कार्य चल रहा है। पूर्ण हुई लघु सिंचाई योजनाओं में सैकड़ों लघु योजनायें ऐसी हो गई हैं जिनमें अब वर्षा एवं नाले का पानी नहीं है। कई योजनायें बिजली कटने के कारण बेकार हो गई हैं। इन्हें अब बंद किया जा रहा है जिससे इनके रखरखाव पर बजट व्यय नहीं किया जा सके। इसी कारण से अब इन्हें अपलेखित किया जा रहा है।
मुख्य अभियंता नहीं भेज रहे हैं जानकारी :
कमाण्ड एरिया के मुख्य अभियंता सरकार के निर्देश के बाद भी ऐसी लघु उद्वहन सिंचाई योजनाओं की जानकारी नहीं भेज रहे हैं जिन्हें बंद कर अपलेखित किया जाना है। जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता के निर्देश पर मुख्य अभियंता विद्युत एवं यांत्रिकी भोपाल ने तीन बार 19 फरवरी 2018, 18 फरवरी 2019 तथा 28 फरवरी 2019 को कमाण्ड एरिया के मुख्य अभियंताओं को पत्र लिखकर अपलेखित की गई लघु सिंचाई योजनाओं की जानकारी मांगी परन्तु किसी भी कमाण्ड एरिया के मुख्य अभियंता ने यह जानकारी नहीं भेजी। इस पर प्रमुख अभियंता कार्यालय के अधीक्षण यंत्री वक्र्स केजी सिंह ने अब पुन: उन्हें कहा है कि वे निर्धारित प्रपत्र में वांछित जानकारी तत्काल भेजें। मुख्य अभियंता विद्युत एवं यांत्रिकी भोपाल से भी कहा गया है कि वे प्रदेश में अब तक कितनी उद्वहन सिंचाई योजनायें स्वीकृत हैं, की अद्वतन सूची भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि कमाण्ड एरिया के मुख्य अभियंता बार-बार निर्देशित किये जाने पर भी बंद एवं अनुपयोगी उद्वहन सिंचाई योजनायें के अपलेखन की जानकारी नहीं भेज रहे हैं। ईएनसी ने एक बार फिर कहा है कि इसकी जानकारी ली जाये। इस पर वे फिर से यह जानकारी मंगवा रहे हैं। ये योजनायें लघु सिंचाई की हैं।
? डॉ. नवीन जोशी
प्रदेश में सैकड़ों उद्वहन सिंचाई योजनायें बंद होंगी
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Bhopal 👤By: DD Views: 1105
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