12 फरवरी 2023। वर्ष 2013 में राज्य के वन विभाग के अंतर्गत प्रदेश में बांस शिल्पियों के कल्याण के मामलों पर सलाह देने हेतु मप्र बांस एवं बांस शिल्प विकास बोर्ड का गठन किया गया लेकिन नौ साल बीतने पर भी अब तक यह बोर्ड सक्रिय नहीं हो पाया है। यह बोर्ड राज्य बांस मिशन के अंतर्गत गठित किया था।
उक्त बोर्ड में अब तक किसी भी बांस शिल्प से जुड़े व्यक्ति की नियुक्ति नहीं की गई है तथा बांस मिशन के सीईओ यूके सुबुध्दि ही इसके सीईओ बने हुये हैं। यह बोर्ड नौ साल में कोई सलाह देने का काम नहीं कर पाया है।
सीएम को भेजी जानकारी :
वन विभाग के एसीएस जेएन कांसोटिया ने सीएम को इस बोर्ड में अब तक किसी की नियुक्ति नहीं होने की जानकारी भेजी है। नौ सालों में बांस शिल्प से जुड़ कई व्यक्तियों ने बोर्ड में पदस्थ किये जाने के आवेदन दिये परन्तु उन पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। अब चूंकि सीएम राजनैतिक नियुक्तियां कर रहे हैं तथा हाल ही में राज्य वन विकास निगम में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद पर राजनैतिक नियुक्तियां की गईं हैं, इसलिये बांस शिल्प बोर्ड में भी कोई राजनैतिक नियुक्ति होने की संभावना बन गई है।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि बांस शिल्प विकास बोर्ड तेरह साल पहले से गठित है परन्तु इसमें किसी की नियुक्ति नहीं होने से अब तक यह सलाह देने का कोई कार्य नहीं कर पाया है।
- डॉ. नवीन जोशी
नौ साल में भी बांस शिल्प विकास बोर्ड सक्रिय नहीं हो पाया
Place:
Bhopal 👤By: prativad Views: 568
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