03 मार्च 2023। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि धर्म का जहाज हिलता-डुलता है लेकिन डूबता नहीं है. उन्होंने कहा कि जो सबको धारण करता है, वो धर्म है. धर्म की आधारशिला पर ही पूरी मानवता टिकी है. राग द्वेष से मुक्त होकर नैतिकता पर आधारित मानववाद की व्यवस्था को मजबूत करना हर व्यक्ति का लक्ष्य है. राष्ट्रपति भोपाल में शुरू हुए 7वें अंतर्राष्ट्रीय धर्म धम्म सम्मेलन के शुभारंभ अवसर पर विचार व्यक्त कर रहीं थीं.
अंतर्राष्ट्रीय धर्म धम्म सम्मेलन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आध्यात्मिक दृष्टि का भी उल्लेख किया और कहा कि ये गर्व का विषय है कि हमारे देश में धर्म को केन्द्रीय स्थान प्राप्त है. राष्ट्रपति ने कहा कि महर्षि पतंजलि से लेकर गुरुनानक देव और भगवान बुद्ध सबने संसार को दुख के कारण का भी बोध कराया और फिर उससे निकलने का मार्ग भी दिखाया. उन्होंने इस अवसर पर बीजेपी के पितृ पुरुष कुशाभाऊ ठाकरे को भी याद किया और कहा कि उन्हें ठाकरे जी का सानिध्य प्राप्त हुआ था.
सम्मेलन में 15 देशों से 350 से ज्यादा विद्वान : बता दें कि 7वें अंतर्राष्ट्रीय धर्म धम्म सम्मेलन में 15 देशों से 350 से ज्यादा विद्वान हिस्सा ले रहे हैं. साथ ही पांच देशों के संस्कृति मंत्री इस आयोजन का हिस्सा हैं. सम्मेलन में थाइलैंड, वियतनाम समेत रूस, स्पेन, फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, भूटान, मंगोलिया, श्रीलंका, नेपाल, मॉरीशस जैसे देश हिस्सा ले रहे हैं. इस मौके पर राज्यपाल राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि धर्म की भावना विश्वशांति और मानव जाति के कल्याण मे विश्वास रखती है और बढ़ावा देती है. उन्होंने कहा कि हिंसा और युद्ध से कराहते विश्व के लिए बुद्ध समाधान हैं. मैं आश्वस्त हूं युद्ध और पीड़ा से कराहते दुनिया को शांति का मार्ग दिखने में ये आयोजन प्रेरक होगा.
धर्म का संदेश और सिद्धांत मानव कल्याण : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये हार्दिक प्रसन्नता का विषय है कि सातवें धर्म धम्म सम्मेलन का आयोजन भोपाल में हो रहा है. उन्होंने कहा कि भारत जिस अध्यात्म और दर्शन पर चलता है, वो विश्व कल्याण की कामना के सथ है. हम विश्व के कल्याण का उद्घोष करते हैं और प्राणियों के सद्भाव की कामना करते हैं. इससे पहले राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद मुर्मू का स्वागत किया. सम्मेलन में उद्घाटन सत्र में 45 वक्ता होंगे. मंत्रियों का सत्र, मुख्य वक्ता भारत और विदेशों के विशेषज्ञों द्वारा 115 पेपर प्रस्तुतियों के साथ-साथ विभिन्न उप-विषयों पर चर्चा करने के लिए सत्र और पांच पूर्ण सत्र सहित 15 सत्र होगे.
अंतर्राष्ट्रीय धर्म धम्म सम्मेलन, राष्ट्रपति बोलीं- धर्म का जहाज हिलता-डुलता है, डूबता नहीं
Place:
Bhopal 👤By: prativad Views: 1695
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