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केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के कर्मचारियों की भविष्य निधि के करोड़ों रुपयों का गबन

Place: Bhopal                                                👤By: prativad                                                                Views: 634

12 मार्च 2023। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के 100 से ज्यादा कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से करीब 10-12 करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया है। गड़बड़ी का यह खेल पिछले करीब ढाई साल से चल रहा था।

मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब मुख्य प्रहरी एसके चतुर्वेदी व महिला प्रहरी उषा कौशल के खातों से 22 लाख रुपये निकाले जाने की बात सामने आई और इस मामले में जेल के लेखा विभाग के कर्मचारी पर भैरवगढ़ थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जेल डीजी व भोपाल की कमिश्नरी ट्रेजरी को पूरे मामले की जांच के लिए पत्र लिखा है।

थाना पुलिस ने बताया कि एसके चतुर्वेदी व उषा कौशल ने भविष्य निधि खाते से रुपये निकालने के लिए कोई आवेदन नहीं किया था। बावजूद इसके चतुर्वेदी के खाते से 12 लाख रुपये तथा उषा के खाते से 10 लाख रुपये निकाल लिए गए।

राशि दोनों के बैंक खातों में जमा होने के बजाय अन्य बैंक खातों में जमा होने पर जिला कोषालय ने गड़बड़ी पकड़ी। इसके बाद जांच की गई तो सामने आया कि जेल के लेखा विभाग के कर्मचारी रिपुदमन सिंह द्वारा अपने स्वयं तथा दो अन्य बैंक खातों में रुपये जमा करवाए गए और निकाल भी लिए गए।

जिला कोषालय के अधिकारी सुरेश भावर ने आरोपित रिपुदमन के खिलाफ भैरवगढ़ पुलिस को शिकायत की। इस पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपित रिपुदमन फरार है। भैरवगढ़ टीआइ प्रवीण पाठक के मुताबिक जिला कोषालय के अनुसार आरोपित ने 100 कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी की है।

इसकी राशि 10 से 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि कुछ कर्मचारियों का वेतन तथा कुछ कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों में जमा रुपये निकाले गए हैं।

जेल अधीक्षक को पता नहीं और निकल गए रुपये - जेल अधीक्षक उषा राज ने बताया कि प्रहरी रिपुदमन सिंह कई साल से अकांउट विभाग में काम कर रहा है। उसके पास जेल अधीक्षक की आइडी व पासवर्ड है। उषा राज का कहना है कि उनके कार्यकाल में किसी कर्मचारी ने अपना भविष्य निधि का पैसा निकालने के लिए आवेदन नहीं किया है। कर्मचारी जेल अधीक्षक को भविष्य निधि खाते में जमा रुपये निकालने के लिए आवेदन करता है। जेल अधीक्षक की मंजूरी के बाद ही आवेदन जिला कोषालय जाता है, जहां से रुपये कर्मचारी के खाते मे जमा होते हैं।

कई प्लाट, मकान व कार खरीदी - आरोपित रिपुदमन के बारे में जानकारी मिली है कि उसने हाल ही में कई प्लाट व मकान खरीदे हैं। इसके अलावा लक्जरी कार भी खरीदी है। बताया जा रहा है कि वह जुए में भी रुपये उड़ा रहा था। गड़बड़ी का पता चलने के बाद से वह लापता है। पुलिस तलाश में जुटी है।



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