08 अप्रैल 2023। सीएम शिवराज सिंह चौहान रतलाम जिले में हो रहे विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण करने के लिए शहर पहुंचे। महिला सम्मेलन में मंच पर पहुंचने से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान लाड़ली बहनों के साथ थिरके। इसके बाद लाड़ली बहनों ने उन्हें 21 फीट लंबी राखी बांधी। कार्यक्रम स्थल तक जाने के दौरान मार्ग में उनका भाजपा कार्यकर्ताओं व आमजन द्वारा जगह-जगह स्वागत किया जा रहा है। सीएम शिवराज आज 898.18 करोड़ रुपये लागत के 80 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन व 476.36 करोड़ रुपये लागत के 53 कार्यों का लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि रतलाम शहर में नर्मदा का जल लाया जाएगा। गर्मी में पेयजल की समस्या आती है नर्मदा नदी का पानी बदनावर तक आ रहा है, रतलाम तक लेकर आऊंगा। गांवों में सामाजिक कुरितोयो को खत्म करने के लिए बहने लाड़ली सेना बनाओ।
सीएम शिवराज ने मंच से फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हजारों में मेरी बहना है गाना गाया। सीएम चौहान ने कहा रतलाम में विकास कार्यों के लिए आपने जो कहा वो किया। मैं यहां एहसान जताने नहीं आया। मेडिकल कालेज 1965 के बाद एमपी की धरती पर कोई कालेज नहीं खुला था। हमने रतलाम में मेडिकल कालेज खोला। लाडली योजना क्यों इसके लिए आज बताऊंगा। सालों पहले बेटी का जन्म खुशी का कारण नहीं होता था। बेटी पैदा होने पर मां का चेहरा भी उतर जाता था।
सीएम ने कहा बेटी नहीं बचाओगे, तो बहू कहां से लाओगे। बचपन से मेरे मन मे यह तकलीफ होती थी एक ही मां के पेट से बेटी भी व बेटा भी जन्म लेता है। बेटी पर अन्याय क्यो होता है। कोख में ही ही मार दिया जाता था। भाई बुरा न माने कई गांवों में देखा पति जरा से विवाद में पत्नी को लाठी मार देता था। मैंने सोचा बेटियों व महिलाओं का सम्मान कैसे बढ़ाए। कन्यादान योजना शुरू की। बेटी लखपति होगी तो उसकी शादी होने में परेशानी नहीं होगी। लाड़ली लक्ष्मी योजना चालू की, आज 44 लाख से ज्यादा बेटियां योजना का लाभ ले रही है। सीएम ने कहा अब एक हजार बेटों के साथ 900 की जगह 956 बेटियां हो रही हैं। एक हजार पर एक हजार करने का प्रयास किया जाएगा।
मैंने फैसला किया है कि मेडिकल, इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने वाली लाड़ली लक्ष्मी बेटियों की फीस माता-पिता नहीं मामा भरवाएगा।
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) April 8, 2023
- माननीय मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj जी pic.twitter.com/rDgwVCtIsh
मजदूरी करने वाली बहन को एक रुपये की जरूरत भी पड़ जाए तो क्या करे। छोटी-छोटी जरूरतों के लिए बहने जरुरत पड़ने पर किससे रुपया मांगे। शिवराज ने एक दिन विचार किया हर माह बहनों को एक हजार रुपया दिया जाए। सीएम ने कहा तब लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। साल के 12 हजार मिलेंगे, ढाई लाख से कम आय व बगैर चार पहिया वाली बहनों को मिलेंगे।
वृद्धा योजना की राशि भी एक हजार होगी
सीएम ने कहा कि वृद्धा योजना की राशि भी एक हजार की जाएगी ताकि सास-बहू को बराबर राशि मिलेगी। रुपया बहुत बड़ी चीज है। सास सोचेगी बहू को एक हजार रुपया मिल रहा है तो उसे घी चुपड़ी रोटी खिलाएगी। बहू सोचेंगी सास को भी मिल रहे है, रात में सोते समय वह सास के पैर दबाएगी।
मुख्यमंत्री ने कलेक्टर से पूछा कितने आवेदन भरे गए। कितनी महिलाएं बची हैं। कलेक्टर 2 लाख 5 हजार का टारगेट है, जिसे चार दिन में पूरा कर देंगे। इस पर सीएम ने कहा कि चार दिन नहीं 30 अप्रैल तक का समय है, सभी के फार्म भरे जाएं। सीएम ने कहा ई-केवायसी के 15 रुपये लगते हैं, वो भी मैं दूंगा। किसी भी सेंटर पर मत देना, कोई मांगे तो मुझे 181 पर शिकायत करना। हथकड़ी लगवाकर रुपये लाने वाले को जेल भेजा जाएगा। यह योजना बहनों का जीवन बदलने वाली है।