26 मई 2023। मध्यप्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों के संचालन के लिये नई नीति बनेगी। इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2019 में संशोधन कर इसे फिर से लागू किया जाएगा। मौजूदा समय में ई-वाहनों को लेकर कई बदलाव हुए हैं। नई जरूरतों को देखते हुए पहले की नीति में बदलाव की जरूरत है।
राज्य सरकार ने नीति को नए रूप में बनाने की कवायद शुरू कर दी है। जून में विशेषज्ञों के साथ बैठक भी आयोजित की जा रही है। इस बैठक में राज्य के वाहन निर्माता, वाहन डीलर, परिवहन व्यवसायियों को बुलाया जा रहा है। उनसे मुलाकात कर नई नीति के लिए सुझाव भी लिए जाएंगे। इन्हीं सुझावों के आधार पर नीति का प्रारूप तय किया जाएगा।
परिवहन विभाग को लेकर निर्देश स्पष्ट नहीं, इलेक्ट्रिक बसें शुरू नहीं हो रही हैं
परिवहन विभाग को लेकर नीति में स्पष्टता नहीं होने से इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को परेशानी होती है। नियमों में कुछ हद तक ढील दी गई है। लेकिन उसका पालन नहीं हो रहा है। कई परिवहन कंपनियां मध्य प्रदेश में इलेक्ट्रिक बसें और मालवाहक वाहन चलाना चाहती हैं, लेकिन परिवहन विभाग से अनुमति मिलने में दिक्कतों के कारण इलेक्ट्रिक बसों और भारी वाहनों का संचालन मध्य प्रदेश में शुरू नहीं हो सका। इन ट्रांसपोर्ट कंपनियों ने राज्य सरकार को इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन बनाने का ऑफर भी दिया है।
मध्यप्रदेश में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप नई नीति बनेगी
भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशनों को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। हालांकि यह गाइड लाइन भी वर्ष 2022 के लिए है, लेकिन वर्तमान में मध्य प्रदेश सरकार भारत सरकार की इस गाइड लाइन का अध्ययन कर रही है। उसी के अनुसार मध्यप्रदेश की नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति का प्रारूप तैयार किया जाएगा।
इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन के लिए भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार मप्र में बनेगी नई नीति
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 1574
Related News
Latest News
- प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में भोपाल के महेश और इंदौर के प्रयासों की सराहना
- सोशल मीडिया से बने "डिजिटल डॉन", लॉरेंस बिश्नोई की छवि को सोशल मीडिया ने कैसे बढ़ावा दिया
- अमेरिका के इतिहास में सबसे खराब दूरसंचार हैक का खुलासा: सीनेटर
- झारखंड और विजयपुर चुनाव परिणामों ने मप्र की राजनीति को दिया नया मोड़
- अब मीडिया के मैदान में मस्क: क्या MSNBC होगा अगला बड़ा अधिग्रहण, X पर पूछा- "इसकी कीमत क्या है?
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिसकर्मियों के साहस की सराहना, कहा- अब डंडे से नहीं, डेटा से करेगी काम पुलिस