3 जून 2023। राज्य सरकार अब काष्ठ की बिक्री से प्राप्त राजस्व की 20 प्रतिशत लाभांश राशि जोकि पिछले वित्त वर्ष में 160 करोड़ रुपये है, संयुक्त वन प्रबंधन समितियों को वितरित करेगी। इसके लिये आदेश जारी हो गये हैं। पिछले समय में तेंदूपत्ता लाभांश की राशि 234 करोड़ रुपये चार सार्वजनिक कार्यक्रमें में संग्राहकों को बांटी जा चुकी है। अब काष्ठ बिक्री से प्राप्त लाभांश बांटा जायेगा।
उल्लेखनीय है कि विदोहन वर्ष 2022-23 में 88 हजार 908 घनमीटर ईमारती काष्ठ एवं 35 हजार 258 नग जलाऊ चट्टों का उत्पादन दिसम्बर, 2022 तक हुआ है तथा वर्ष 2022-23 में 1144 करोड़ रूपये का रिकार्ड राजस्व प्राप्त हुआ है। इसी में विभिन्न खर्चों को काटने के बाद बची राशि का बीस प्रतिशत करीब 160 करोड़ रुपये बांटा जाना है। वर्ष 2023-24 के लिए काष्ठ विक्रय से 1650 करोड़ रूपये का राजस्व अनुमान रखा गया है। 160 करोड़ रुपये की राशि में से आधी राशि समितियों के सदस्यों के व्यक्तिगत खाते में जमा की जायेगी और आधी समितियों को दी जायेगी। इसके लिये प्लान बनाया जा रहा है।
बांस विक्रय का लाभांश भी बंटेगा :
बांस विक्रय का शतप्रतिशत लाभांश जोकि करीब 33 करोड़ रुपये है, भी वन समितियों को बांटा जायेगा। उक्त दोनों तरह की राशियां उन्हीं समितियों को दी जायेगी जिन्होंने इसमें सहयोग किया है। करीब चार हजार समितियों को यह लाभांश बांटा जाना है।
अब काष्ठ विक्रय से प्राप्त 160 करोड़ रुपये की राशि बंटेगी
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 716
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