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भोपाल 👤By: prativad Views: 1991
6 जुलाई 2023। सीधी पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी युवक से खुद सीएम शिवराज मुख्यमंत्री निवास पर मुलाकात की. हालांकि बीते दिनो युवक ने अपने साथ हुए कृत्य को नकारते हुए एफिडेविड पेश किया था. बीजेपी ने भी मामले की जांच के लिए समिति बनाई है जिसपर कांग्रेस ने कटाक्ष किया है. आरोपी को जेल भेजा जा चुका है.
यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है, तो जनता भगवान है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 6, 2023
किसी के साथ भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है। pic.twitter.com/vCuniVJyP0
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी युवक से मुलाकात की. गुरुवार को सीएम हाउस में सीएम शिवराज ने पीड़ित युवक के पैर धोकर माफी मांगी. सीएम बोले मैं इस घटना से द्रवित हूं. इससे पहले इस मामले में आदिवासियों पर बीजेपी सरकार द्वारा जुल्म कराए जाने का आरोप लगाते कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन किया. मामला आदिवासी से जुड़ा हुआ है लिहाजा सत्ता और संगठन दोनों ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने में देर नहीं की. सीधी पेशाब कांड को लेकर प्रशासन जांच कर रही है आरोपी प्रवेश शुक्ला को जेल भेज दिया गया है घर बुलडोजर से जमीदोज कर दिया गया है. बीजेपी और कांग्रेस ने भी पार्टी की तरफ से जांच समिति बनाई है.
भाजपा ने जांच समिति बनाई कांग्रेस ने किया कटाक्ष: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने राज्य कुल जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल की अध्यक्षता में 4 सदस्य समिति गठित की जो कि पूरे मामले की जांच करेगी और इस जांच समिति में आदिवासी विधायक ही शामिल किए गए हैं लेकिन अब सत्ता कमेटी बनाने के बाद बीजेपी ही विवादों में घिर गई है. कहा यह जा रहा है की जब प्रशासन ने कार्रवाई की है और मुख्यमंत्री ने आरोपी के खिलाफ रासुका लगाने के आदेश भी दिए तो आखिर अब बीजेपी जांच दल गठित कर क्या दर्शना चाहती है.
अरुण यादव ने बीजेपी सत्ता और संगठन में बताई फूट: कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि शिवराज सिंह वीडी शर्मा के बीच कोल्ड वार खुलकर सामने आ गया है उन्होंने कहा क्या भाजपा संगठन को अपनी सरकार पर भरोसा नहीं है. बीजेपी नेता द्वारा आदिवासी पर पेशाब करने के मामले में सियासी हंगामा भी देखा जा रहा है. कांग्रेस और बीजेपी के नेता आमने-सामने हैं. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और कमलेश्वर पटेल पीड़ित के घर वापसी के लिए घर के बाहर ही धरने पर बैठे, तो वही विधायक केदार शुक्ला कांग्रेसियों को आंगन से बाहर निकालने के लिए धरने पर बैठ गए.
वेदिका के हत्यारे के खिलाफ नरमी क्यों: आदिवासियों पर इस वक्त सियासी दल पूरी तरह से फोकस हैं. सीधी पेशाब कांड में फौरन कार्रवाई की गई. 24 घंटे में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और उसका अवैध निर्माण ढा दिया गया लेकिन इसी तरह की एक घटना जबलपुर में जून में हुई थी. जहां एक बीजेपी नेता ने वेदिका ठाकुर नाम की युवती को अपने कार्यालय में गोली मार दी थी उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी. इस बीच आरोपी ने सरेंडर किया, पुलिस ने उसे जेल भेज दिया. इस तरह के मामले में प्रशासन आरोपियों घर पर बुलडोजर की कार्रवाई तत्काल करता है लेकिन आज तक आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा के खिलाफ ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई. सूत्रों का कहना है कि आरोपी को एक बड़े नेता का संरक्षण मिला हुआ है, नगर निगम ने 2 नोटिस भेजे लेकिन कार्रवाई नहीं की गई.