10 अगस्त 2023। लोकसभा में तीन दिन तक चर्चा के बाद गुरुवार (10 अगस्त) को विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया. सदन से विपक्ष के वॉकआउट के कारण अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिरा. चर्चा के आखिरी दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रस्ताव पर जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने करीब सवा दो घंटे लंबे भाषण में विपक्षी गठबंधन इंडिया पर जमकर हमला बोला. पीएम ने मणिपुर पर भी सदन में बयान दिया. जानिए पीएम के भाषण की बड़ी बातें.
1. पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर में कोर्ट का फैसला आया, अब उसके पक्ष-विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं उसमें हिंसा का दौर शुरू हुआ. महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए और यह अपराध अक्षम है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार कोशिश कर रही है. जिस तरह से प्रयास चल रहे हैं, करीबी भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा.
2. प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं मणिपुर के लोगों, माता, भाइयों, बहनों से कहना चाहूंगा कि देश आपके साथ है. ये सदन आपके साथ है. हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे. मणिपुर विकास की राह पर आगे बढ़ेगा. मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आने वाले समय में मणिपुर में शांति बहाल होगी. कांग्रेस पूर्वोत्तर की सभी समस्याओं की जड़ है. पूर्वोत्तर हमारे लिए जिगर का टुकड़ा है. कांग्रेस का इतिहास देश तोड़ने वाला रहा है. कांग्रेस ने मिजोरम में वायुसेना से हमला करवाया था. मणिपुर पर विपक्ष का दर्द और संवेदना सेलेक्टिव है, वे राजनीति से परे सोच ही नहीं पाते.
3. पीएम ने कहा कि मैं समझता हूं कि विपक्ष को गरीब की भूख की चिंता नहीं है, सत्ता की भूख ही आपके दिमाग पर सवार है. मैं इसे भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि ईश्वर ने विपक्ष को सुझाया और वो प्रस्ताव लेकर आए. 2018 में भी ये ईश्वर का ही आदेश था जब विपक्ष के मेरे साथी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे. एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है और मैं आज देख रहा हूं कि आपने तय कर लिया है कि एनडीए और बीजेपी 2024 के चुनाव में पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़कर बड़ी जीत के साथ जनता के आशीर्वाद से वापस आएगी. अविश्वास प्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है, बल्कि ये उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है.
4. विपक्ष पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा कि इस अविश्वास प्रस्ताव पर भी आपने कैसी चर्चा की, इससे आपके दरबारी भी बहुत दुःखी हैं. इस डिबेट का मजा तो तब आया, जब फील्डिंग विपक्ष ने लगाई, लेकिन चौके, छक्के हमारी तरफ से ही लगे. विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर नो बॉल ही करता जा रहा है. मैं नहीं जानता कि क्यों अधीर रंजन चौधरी को दरकिनार कर दिया गया. क्या पता कोलकाता से कोई फोन आया हो. उनकी पार्टी ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया. ये तो कल अमित शाह ने कहा और आपकी उदारता रही कि उनका समय समाप्त होने के बाद भी आपने उनको आज मौका दिया, लेकिन वे गुड़ का गोबर करने में माहिर हैं.
5. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे विपक्ष के साथियों का सबसे प्यारा नारा है- मोदी तेरी कब्र खुदेगी, लेकिन मेरे लिए इनकी ये गालियां, ये अपशब्द टॉनिक का काम करते हैं. विपक्ष के लोगों को एक रहस्यमयी वरदान मिला हुआ है कि जिसका भी ये लोग बुरा चाहेंगे उसका भला ही होगा. ऐसा ही एक उदाहरण आपके सामने खड़ा है. 20 साल हो गए क्या कुछ नहीं हुआ, पर भला ही होता चला गया. विपक्ष ने काले कपड़े पहनकर, देश के मंगल कामों में काला टीका लगा दिया है. पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष वॉकआउट करके चला गया. जिसपर पीएम ने कहा कि उनमें सुनने का धैर्य नहीं है. अपशब्द बोलो- भाग जाओ, कूड़ा कचरा फेंको- भाग जाओ, झूठ फैलाओ- भाग जाओ.
6. अगले लोकसभा चुनाव में जीत का दावा करते हुए पीएम ने कहा कि हमारी प्लानिंग और परिश्रम की निरंतरता बनी रहेगी. जिसका परिणाम होगा कि हम विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंच कर रहेंगे. देश का विश्वास है कि 2028 में हमारे अगले कार्यकाल में आप जब अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे, तब देश की अर्थव्यवस्था पहले 3 देशों में होगी, लेकिन अगली बार तैयारी के साथ आना, ऐसे मत आना. मैंने आपको मेहनत करने के लिए 5 साल दिया, लेकिन 5 साल में भी आप लोग तैयारी नहीं कर पाए.
7. विपक्षी गठबंधन इंडिया पर कटाक्ष करते हुए पीएम ने कहा कि मैं आज इस मौके पर हमारे विपक्ष के साथियों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त करना चाहता हूं. कुछ ही दिन पहले बेंगलुरु में आपने मिल-जुलकर करीब डेढ़-दो दशक पुराने यूपीए का अंतिम संस्कार किया. आप लोग जश्न मना रहे थे. जश्न क्यों मना रहे थे क्योंकि आप लोग खंडहर पर प्लास्टर लगा रहे थे. दशकों पुरानी खटारा गाड़ी को ईवी दिखाने के लिए कितना बड़ा मजबा लगाया था. विपक्षी दल जिसके पीछे चल रहे हैं उनको इस देश की जुबान, इस देश के संस्कार की समझ नहीं है. पीड़ी दर पीड़ी यह लोग लाल और हरी मिर्च में अंतर नहीं समझ पाए.
8. पीएम ने कहा कि खुद को जिंदा रखने के लिए, इन्हें एनडीए का ही सहारा लेना पड़ा है. आदत के मुताबिक घमंड का I (आई) इनको छोड़ता नहीं है. इसलिए एनडीए में 2 घमंड के आई लगा दिए. पहला आई 26 दलों का घमंड और दूसरा आई एक परिवार के घमंड का है. एनडीए भी चुरा लिया और इंडिया के भी टुकड़े करके उसे I.N.D.I.A कर दिया. ये इंडिया गठबंधन नहीं बल्कि घमंडिया गठबंधन है और इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है, सबको प्रधानमंत्री बनना है. अभी हालात ऐसे हैं, इसीलिए हाथों में हाथ दिख रहे हैं. जहां हालात बदले, फिर छुरियां भी निकलेंगी. विपक्ष का मोदी प्रेम तो इतना जबरदस्त है कि मोदी अगर भाषण देते समय बीच में पानी पिए तो ये कहते हैं, देखिए मोदी को पानी पिला दिया.
9. परिवारवाद को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि ये घमंडिया गठबंधन देश में परिवारवाद की राजनीति का सबसे बड़ा प्रतिबिंब है. देश के स्वाधीनता सेनानियों ने, हमारे संविधान निर्माताओं ने हमेशा परिवारवादी राजनीति का विरोध किया था. कांग्रेस को परिवारवाद पसंद है, कांग्रेस को दरबारवाद पसंद है. कांग्रेस का अपना कुछ भी नहीं, चुनाव चिह्न से लेकर विचार तक सब कुछ किसी और से उधार लिया गया है. कांग्रेस एक विदेशी ने बनाई थी. उन्होंने लाभ के लिए गांधी सरनेम भी 'चुराया'. सदन में मां भारती के बारे में जो कहा गया है, उसने हर भारतीय की भावना को ठेस पहुंचाई है. ये लोग भारत माता की मृत्यु की कामना कर रहे हैं. इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है.
10. राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि कल यहां दिल से बात करने की बात भी कही गई. उनके दिमाग के हाल को तो देश लंबे समय से जानता है, लेकिन अब उनके दिल का भी पता चल गया है. कभी-कभी सच भी निकल जाता है. इन्होंने सच कहा कि लंका हनुमान ने नहीं जलाई, रावण के अहंकार ने जलाई. ऐसे ही कांग्रेस घमंड के कारण 400 से 40 पर आ गई है. जनता भगवान राम का रूप है इसलिए कांग्रेस की ये हालत हुई. ये सालों से एक ही प्रोडक्ट को बार-बार लॉन्च करते हैं. हर बार लॉन्चिंग फेल हो जाती है. ये मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं. इनकी दुकान लूट की दुकान है.
'मणिपुर में शांति का सूरज उगेगा', बोले पीएम मोदी, ...
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भोपाल 👤By: prativad Views: 1763
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