28 अगस्त 2023। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में मध्यप्रदेश की कई उपलब्धियों और सकारात्मक पहलों का उल्लेख किया। इसने मध्यप्रदेश की साख को देश के कोने-कोने में बढ़ाया है।
30 जुलाई 2023 को प्रसारित मन की बात में, प्रधानमंत्री ने शहडोल जिले में कुओं के माध्यम से बारिश का पानी रिचार्ज करने की पहल की चर्चा की। उन्होंने उज्जैन में पुराणों पर आधारित पेंटिंग की चर्चा भी की, जिसमें से एक मूर्ति अमेरिका द्वारा भारत को लौटाई गई थी। शहडोल जिले के मिनी ब्राजील के रूप में जाने जाने वाले विचारपुर गांव की चर्चा ने भी देश का ध्यान आकर्षित किया।
प्रधानमंत्री ने कटनी जिले की 3 वर्षीय मीनाक्षी की चर्चा की, जिन्होंने अपने गुल्लक के पैसे टीबी मुक्त भारत के अभियान में दान कर दिए। उन्होंने भोपाल के स्टार्ट-अप कबाड़ीवाला के माध्यम से टनों ई-कचरा एकत्र करने की पहल की भी प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री ने मंडला जिले के मौचा ग्राम पंचायत में बने अमृत सरोवर का भी उल्लेख किया। यह सरोवर कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थित है। उन्होंने इंदौर में तिरंगा अभियान के दौरान बनी मानव श्रृंखला की भी तारीफ की, जो कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो गई है।
प्रधानमंत्री ने भील जनजाति की जल संरक्षण की परंपरा "हलमा" की भी चर्चा की। उन्होंने पेंच टाइगर रिजर्व की बाघिन टी-5 के निधन पर दुख व्यक्त किया, जिसे पूरे देश में प्यार और सम्मान दिया जाता था।
प्रधानमंत्री ने रायसेन जिले की 4वीं कक्षा की छात्रा भावना की चर्चा की, जिन्होंने अपने पोस्टकार्ड में क्रांतिकारी शिरीष कुमार के बारे में लिखा था। उन्होंने बैगा आदिवासी नृत्य को पहचान दिलाने के लिए काम करने वाले पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक अर्जुन सिंह की भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने सतना जिले के श्री रामलोटन कुशवाहा की चर्चा की, जिन्होंने अपने खेत में एक देशी म्यूज़ियम बनाकर सैकड़ों औषधीय पौधों और बीजों का संग्रह किया है। उन्होंने बैतूल जिले के आदिवासी बहुल भीमपुर विकासखंड के ग्राम डुलारिया के आदिवासी ग्रामीणों से बातचीत की और उन्हें कोरोना वैक्सीन के प्रति जागरूक किया।
प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड के अगरोधा गांव की बबीता राजपूत की चर्चा की, जिन्होंने गांव की अन्य महिलाओं के साथ मिलकर एक सूखी झील को नहर से जोड़कर पुर्नजीवित किया है। उन्होंने बालाघाट जिले की चिचगांव की मीना रहंगडाले और अन्य आदिवासी महिलाओं की भी सराहना की, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से उस राइस मिल को खरीद लिया जिसमें कभी वो खुद मजदूरी करती थीं।
प्रधानमंत्री ने सिंगरौली की शिक्षिका ऊषा दुबे की भी प्रशंसा की, जिन्होंने कोरोना काल में अपनी स्कूटी को किताबों की लाइब्ररी बनाकर बच्चों को पढ़ाया। उन्होंने देवास के युवक आशाराम चौधरी की सफलता की भी चर्चा की, जिन्होंने एम्स की परीक्षा पास कर जोधपुर एम्स में एडमिशन पाया।
प्रधानमंत्री ने जबलपुर के आदिवासी गोंड कलाकार भज्जू श्याम की भी चर्चा की, जिन्होंने पद्म पुरस्कार प्राप्त किया है। उन्होंने भारतीय वायुसेना में महिला लड़ाकू पायलट के पहले बैच की फ्लाइंग ऑफिसर अवनि चतुर्वेदी की भी सराहना की।
प्रधानमंत्री की मन की बात से मध्यप्रदेश की कई उपलब्धियों और सकारात्मक पहलों को देश के सामने लाया गया है। इससे मध्यप्रदेश की साख बढ़ी है और राज्य को एक सकारात्मक छवि मिली है।
प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात से मध्यप्रदेश की साख बढ़ी
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भोपाल 👤By: prativad Views: 944
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