मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रोत्साहन से विभागों ने लागू कीं नवाचारी पहल
30 अगस्त 2023। मध्य प्रदेश सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी के नवाचारी उपयोग से ई-शासन व्यवस्थाओं को लागू करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। 2007 से अब तक, राज्य को 23 राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। इन प्रयासों से लाखों नागरिकों को लाभ हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नवाचारी आईटी-आधारित गवर्नेंस व्यवस्थाओं को मिले प्रोत्साहन के प्रेरित होकर, कई विभागों ने नवाचारी व्यवस्थाएं लागू की हैं। इनमें से कई पहलों को अन्य राज्यों की सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों में भी लागू करने योग्य मानते हुए उनकी सार्वभौमिक स्वीकार्यता के लिए प्रशंसा मिली है।
हाल ही में, भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने जल- (सुपरवाइजरी कंट्रोल और डेटा एक्विजिशन) परियोजना के लिए सिल्वर पुरस्कार जीता। इसका उद्देश्य जल उपचार संयंत्रों, पंप हाउसों, और स्टोरेज की मॉनिटरिंग, नियंत्रण और डेटा प्रबंधन की सही समय पर जानकारी देने की व्यवथा बनाना है। इससे पानी की आपूर्ति तय मापदंडों के साथ और प्रभावी ऊर्जा प्रबंधन के साथ हो सकेगी। असामान्य स्थितियों पर ऑपरेटर्स को सतर्क करने की पूरी व्यवस्था की गई है ताकि खतरों की संभावना को कम किया जा सके।
वर्ष 2021 में इंदौर-311 एप्लिकेशन जैसी पहल को देश भर में तारीफ मिली। इस एप्लिकेशन ने स्वच्छता में इंदौर को नंबर वन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इंदौर-311 ऐप पर अपने समस्याओं को उठाने और संबंधित अधिकारियों को समाधान करने के लिए प्रेरित करने का सबसे आसान तरीका है। इंदौर-311 इंदौर के नागरिकों के लिए अपनी आवाज उठाने का मंच है। सिविल विभागों को समस्याओं की रिपोर्ट करने, विश्लेषण करने, प्रबंधन करने और समस्याओं को हल करने में इस पहल ने इंदौर को और ज्यादा बेहतर शहर बनाने में मदद की है। पारदर्शिता और सहयोग की मिले-जुली पहल नागरिकों के लिए बेहतर व्यवस्था साबित हुई है। यह केवल एक शिकायत निवारण का प्लेटफ़ॉर्म मात्र नहीं है। इसका उपयोग जन्म, मृत्यु, विवाह प्रमाण पत्र जैसी कई नागरिक सेवाएं प्राप्त करने के लिए भी किया जा सकता है।
वर्ष 2018 में, पंच परमेश्वर पोर्टल को गोल्ड पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसी प्रकार तकनीक का उपयोग कर ई-गवर्नेंस में रचनात्मक तरीकों से खेलों की उत्कृष्टता के लिए खेल और युवा कल्याण निदेशालय द्वारा सिल्वर पुरस्कार प्राप्त किया गया।
भोपाल के गोद लेने संबंधी जानकारी की स्रोत एजेंसी द्वारा सूचना प्रौदयोगिकी के रचनात्मक हस्तक्षेप को राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा मिली है। अनमोल देश की पहली राज्य स्तरीय ई-पहल है जिसका उद्देश्य विभिन्न विशेषज्ञ एडाप्शन एजेंसी (एसएए) में रह रहे बच्चों की मॉनिटरिंग के लिए है। अनमोल एक एकल सूचना केन्द्र है जो बच्चों की स्थिति, उन्हें अपनाने की प्रक्रिया, माता-पिता को अपनी प्रतीक्षा सूची की स्थिति की जानकारी देता है, बच्चों की आवश्यकताओं के अनुसार उपलब्धता की जानकारी देता है और लिंग के आधार पर बच्चों की स्थिति का पर निगरानी रखता है। विशेष मामलों की मॉनिटरिंग संभव हो गई है।
स्कूल शिक्षा पोर्टल एक समग्र पोर्टल है जो एक एकीकृत ई-गवर्नेंस व्यवस्था के रूप में डिज़ाइन किया गया है जो स्कूल शिक्षा क्षेत्र के प्रदर्शन का आकलन करेगा। प्रक्रियात्मक, पारदर्शी और जवाबदेह गवर्नेंस देने, शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 को लागू करने में मददगार साबित हुआ है। पोर्टल ने सूचना संप्रेषण प्रौयोगिकी का भरपूर उपयोग किया है। स्कूलों के मानव संसाधन एवं विदयार्थियों की उपस्थिति पर निगरानी रखने और अन्य संसाधनों के प्रबंधन को सुधारने के लिए मददगार सिद्ध हो रहा है।
मध्य प्रदेश ने ई-शासन व्यवस्थाओं में नवाचार के लिए 23 राष्ट्रीय पुरस्कार जीते
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 1040
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