10 अक्टूबर, 2023। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने शनिवार को कहा कि ISRO पर रोजाना 100 से ज्यादा साइबर हमले होते हैं। उन्होंने कहा कि इन हमलों में से कई में रॉकेट में इस्तेमाल होने वाली चिप के सॉफ्टवेयर को चुराने की कोशिश की जाती है।
सोमनाथ ने कोच्चि में एक अंतरराष्ट्रीय साइबर सम्मेलन में कहा, "हमारे सिस्टम पर रोजाना 100 से ज्यादा साइबर हमले होते हैं। इन हमलों का उद्देश्य हमारे सिस्टम में सेंध लगाना और हमारे डेटा को चुराना है।"
उन्होंने कहा कि इन हमलों में से कई में रॉकेट में इस्तेमाल होने वाली चिप के सॉफ्टवेयर को चुराने की कोशिश की जाती है। सोमनाथ ने कहा कि यह चिंता का विषय है क्योंकि यह हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम को नुकसान पहुंचा सकता है।
सोमनाथ ने कहा कि ISRO इन हमलों से निपटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। उन्होंने कहा कि ISRO ने अपने सिस्टम को मजबूत करने के लिए कई उपाय किए हैं, जिनमें साइबर सुरक्षा प्रणालियों को अपग्रेड करना और कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक करना शामिल है।
सोमनाथ ने कहा कि ISRO साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भी काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि ISRO अन्य देशों के साथ मिलकर साइबर हमलों से निपटने के लिए तकनीक और जानकारी साझा कर रहा है।
सोमनाथ के बयान के बाद अंतरिक्ष सुरक्षा पर चिंता बढ़ गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की बढ़ती जटिलता के साथ, साइबर हमले अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकते हैं।
इसरो घेरे में: प्रति दिन 100 से अधिक साइबर हमले, हैकर्स रॉकेट सॉफ्टवेयर को निशाना बनाते हैं
Place:
कोच्चि 👤By: prativad Views: 2714
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