
20 फरवरी 2025। मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने और राज्य की आर्थिक प्रगति को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है। यह समिट निवेशकों को राज्य की व्यापारिक संभावनाओं से परिचित कराने और मध्यप्रदेश को एक वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करने का महत्वपूर्ण मंच साबित होगी।
मध्यप्रदेश: निवेशकों के लिए स्वर्णिम अवसर
मध्यप्रदेश अपनी भौगोलिक स्थिति, कुशल श्रमशक्ति, मजबूत बुनियादी ढाँचे और उद्योग-अनुकूल नीतियों के कारण निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है। प्रदेश सरकार विभिन्न क्षेत्रों में निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए नई नीतियों और सुविधाओं की घोषणा कर रही है।
उद्योग जगत के दिग्गज साझा करेंगे अपने अनुभव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में उद्योग जगत के दिग्गज, नीति निर्माता, निवेशक और विशेषज्ञ प्रदेश में औद्योगिक निवेश और आर्थिक विकास की संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए एक मंच पर जुटेंगे। टेक्सटाइल, मैन्युफैक्चरिंग, नवकरणीय ऊर्जा, हेल्थ केयर, खाद्य प्र-संस्करण, स्टार्टअप्स, वित्तीय सेवाओं और पर्यटन सहित कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर संभावनाएँ हैं।
सरकारी प्रयास और औद्योगिक नीतियाँ
इस समिट में प्रमुख सरकारी अधिकारी और मंत्रालयों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। इसमें वस्त्र मंत्रालय की सचिव श्रीमती नीलम शमी राव, फार्मा विभाग के सचिव अमित अग्रवाल, खाद्य प्र-संस्करण उद्योग मंत्रालय के सचिव डी. वी. गनवीर, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। वे प्रदेश में उद्योगों के विस्तार और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
मुख्य औद्योगिक क्षेत्र और संभावनाएँ
टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग:
मध्यप्रदेश टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है। समिट में टीडब्ल्यूई ओबीटी प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ इंगो सोलर, एईपीसी के महासचिव मिथिलेश्वर ठाकुर, आरएसडब्ल्यूएम लिमिटेड के चेयरमैन रिजू झुनझुनवाला जैसे प्रमुख निवेशक इस क्षेत्र में नए अवसरों पर चर्चा करेंगे।
हेल्थ केयर और फार्मा सेक्टर:
फार्मा और हेल्थ केयर क्षेत्र में निवेश की असीम संभावनाएँ हैं। सहजना एंड मेडिकल टेक्नोलॉजीज के उपाध्यक्ष राजीव छिब्बर, इन्वॉल्यूशन हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक गौरव अग्रवाल, बायो-मेरियू इंडिया के प्रमुख बिवाश चक्रवर्ती सहित कई विशेषज्ञ इस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने पर चर्चा करेंगे।
नवकरणीय ऊर्जा और ग्रीन टेक्नोलॉजी:
ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में मध्यप्रदेश एक अग्रणी गंतव्य बन रहा है। टाटा पॉवर, रिन्यू पॉवर, जिंदल और ग्रीनको जैसी कंपनियों के अधिकारी राज्य में नवकरणीय ऊर्जा के विस्तार पर अपने विचार साझा करेंगे।
कृषि और खाद्य प्र-संस्करण:
कृषि और खाद्य प्र-संस्करण उद्योग में भी निवेश के अनेक अवसर हैं। आईटीसी एग्री बिजनेस डिवीजन, पेप्सिको इंडिया और आईएफसी वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं के प्रतिनिधि इस क्षेत्र में संभावनाओं पर विचार करेंगे।
स्टार्ट-अप्स और नवाचार:
मध्यप्रदेश में स्टार्टअप्स और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ लागू की गई हैं। इनोगुरु, स्टार्टअप मिडिल ईस्ट और एम-कैफीन जैसे प्रमुख स्टार्टअप्स के संस्थापक इस समिट में भाग लेकर अपनी रणनीतियाँ साझा करेंगे।
वित्त एवं निवेश:
मध्यप्रदेश की निवेश-अनुकूल नीतियों और 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' में सुधारों के कारण वित्तीय क्षेत्र में भी वृद्धि हो रही है। बीम्स फिनटेक, यूनिकॉर्न इंडिया वेंचर्स और डन एंड ब्रैड स्ट्रीट इंडिया के अधिकारी राज्य में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी:
मध्यप्रदेश का पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। ताज होटल्स, वंडरला हॉलीडेज और एडवेंचर टूरिज्म के विशेषज्ञ इस क्षेत्र में नई संभावनाओं पर विचार करेंगे।
मुख्यमंत्री की अपील
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्यमियों और निवेशकों से आग्रह किया कि वे मध्यप्रदेश में आकर निवेश करें और प्रदेश की आर्थिक समृद्धि में भागीदार बनें। सरकार निवेशकों को हर संभव सहायता और सुविधाएँ प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश को नई ऊँचाइयाँ मिलेंगी। यह समिट न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी बल्कि नागरिकों के लिए नए रोजगार और विकास के अवसर भी सृजित करेगी।