1 फरवरी 2019। कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि राजकोषीय घाटे के मामले में आलोचना करने से पहले कांग्रेस को अपने दौर के आंकड़ों पर ध्यान देना चाहिए.
चुनाव पूर्व पेश किए गए अंतरिम बजट पर तमाम नेताओं और विश्लेषकों की प्रतिक्रियाओं के बीच खुद वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने भी एक इंटरव्यू में इस बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी. इस दौरान उन्होंने यह साफ किया कि यह बजट प्रधानमंत्री और अमेरिका में अरुण जेटली (वर्तमान में बिना प्रभार केंद्रीय मंत्री) का बनाया हुआ था. इसका ज्यादातर हिस्सा पहले से ही दोनों ने तैयार कर रखा था. वे हाल ही में इसकी प्रक्रिया में वित्त मंत्रालय का कार्यवाहक प्रभार संभालने के दौरान इसमें शामिल हुए हैं.
पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट के ऐलानों को स्पष्ट किया. पेश है उनकी बातचीत के खास अंश:-
पीयूष गोयल ने अपनी इस बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी की खुलकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वयं देखा है कि कठिनाईयों में कैसे जिया जाता है. उनके दिल की जो संवेदना है, वो तो वास्तव में वही बता सकते हैं, वही दिशा दिखा सकते हैं. हमने सिर्फ उनकी दिखाई दिशा को कागज और योजना में ढाला है.
आगे उन्होंने प्रधानमंत्री के स्केल ऑफ थिंकिंग को एकदम अलग बताते हुए कहा, प्रधानमंत्री जी के मन में जितनी अलग-अलग योजनाएं हैं, जितना वो काम करना चाहते हैं, और जो हमने पिछले साढ़े चार सालों में लगातार देखा भी है, उसके हिसाब से जो सिर्फ अंतरिम बजट की मर्यादा के अंदर जितना कर सके, और जो जनता तक पहुंचाना बहुत अहम था, हमने तो उतना ही किया है.
बातचीत के दौरान टैक्स छूट को लेकर पीयूष गोयल ने कहा, 'लोगों को नया बजट पेश होने तक टीडीएस आदि के कटने और फिर उसके रिफंड की परेशानी न हो इसके लिए 5 लाख तक के कमाने वाले कर दाताओं को त्वरित लाभ पहुंचाने के लिए उन्हें सुविधा दी गई.'
उन्होंने यह भी कहा कि किसानों की समस्या बड़ी थी, इसलिए उसके लिए प्रावधान किए. साथ ही इसके लिए प्रस्तावित योजना को भी मंत्रिमंडल में अनुमति देकर इसी साल से लागू कर दिया. जब छोटे किसानों को 6 हजार रुपये सालाना मिलेंगे तो यह योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का काम करेगी.
पीयूष गोयल ने कहा, 'इसी प्रकार से जो असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को बुढ़ापे में पेंशन मिले. इसके लिए हमारी सरकार ने प्रावधान किया है. उन्होंने कहा कि और कई सहूलियतें पिछले चार सालों में कामगारों को दी गई हैं. इसमें ग्रेच्युटी लिमिट, बोनस लिमिट और प्रॉविडेंट फंड के नियमों में किए गए सुधार शामिल हैं. यह असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले 10 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचाएगा.'
विपक्ष की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्त मंत्री ने सरकार के पिछले कई बड़े कदमों का हवाला दिया और कहा कि हमारे ऊपर चुनावी बजट का आरोप नहीं लगाया जा सकता. दुर्भाग्य है कि जो संवेदना प्रधानमंत्री में है, वह एसी रूम में बैठे लोगों में होना मुश्किल है. कांग्रेस के दौर में 34 परसेंट सैनिटेशन कवरेज था, हमने उसे 98 परसेंट तक पहुंचा दिया है.
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि राजकोषीय घाटे के मामले में आलोचना करने से पहले कांग्रेस को अपने दौर के आंकड़ों पर ध्यान देना चाहिए.
बजट 2019: मोदी सरकार के अंतरिम बजट में किसे क्या मिला?
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