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कमलनाथ बताएं, किसे बचाने और किस बात को छिपाने में 15 दिन लगी रही उनकी सरकार: विष्णुदत्त शर्मा

Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 667

12 अप्रैल 2020। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और प्रशासनिक तंत्र पर जिस तरह के आरोप लगा रहे हैं, वे दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्हें तो प्रदेश की जनता को यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार जाने के 15 दिन पहले कोरोना महामारी के कदम इंदौर में पड़ चुके थे। फिर उनकी सरकार इन 15 दिनों तक क्या सिर्फ एक वर्ग विशेष के लोगों को बचाने और कोरोना के प्रसार में उनकी भूमिका को छिपाने में ही लगी रही? या फिर आपकी इंटेलिजेंस पूरी तरह फेल थी ?न आपकी सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए दवाएं खरीदीं, न उपकरण खरीदे और न ही कोई व्यवस्था की। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कांग्रेस के आरोपों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कही।

प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि ऐसे समय में जबकि पूरा प्रदेश कोरोना महामारी के संक्रमण से जूझ रहा है, कांग्रेस पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा आरोप-प्रत्यारोप करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार पूरे समन्वय के साथ, अपने सामाजिक सरोकारों का लाभ लेते हुए, सभी नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्रियों और दलों से सलाह-मशविरा करके कोरोना महामारी से लड़ रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी की इस सरकार पर अनुभवहीन होने के जो आरोप लगाए हैं, वे सरासर निराधार हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान अपने पिछले तीन कार्यकालों में अपने अविस्मरणीय काम की ही बदौलत प्रदेश की जनता के हृदय में बसे हैं। इसीलिए मैं आज चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद उन्होंने एक घंटा भी व्यर्थ नहीं कमाया और सीधे बल्लभ भवन पहुंचकर कोरोना से संबंधित बैठक बुलाकर ताबड़तोड़ बचाव के इंतजाम शुरू कर दिए। मुख्य सचिव और प्रशासन तंत्र भी अनुभवी और सक्षम है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन मिलकर कोरोना महामारी के खिलाफ प्रभावी तरीके से लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं कमलनाथ जी को सुझाव देता हूं कि वे लोकलुभावन बातें छोड़कर और अनावश्यक रूप से सरकार पर आरोप लगाने के बजाय प्रदेश की जनता की भावनाओं को समझें और जनता को बचाने के लिए चल रही इस लड़ाई शामिल हों।

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