×

बर्ड फ्लू पाने पर हुई मुर्गी फार्मों में कलिंग

Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 846

कटनी जिले में भी मिला था बर्ड फ्लू, पर कलिंग नहीं हुई
15 अप्रैल 2020। जहां देश-प्रदेश कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है वहां प्रदेश में कौओं के बर्ड फ्लू से मरने की घटना पर राज्य का पशुपालन विभाग भी अलर्ट हुआ है तथा उसने निर्धारित प्रोटोकाल के तहत मुर्गी फार्म हाऊसों में व्यापक कलिंग कर दी है। जबलपुर संभाग के कटनी जिले में भी कौओं में बर्ड फ्लू पाया गया था परन्तु वहां मुर्गी फार्मों की जांच में बर्ड फ्लू नहीं पाये जाने पर व्यापक कलिंग नहीं की गई है।
यह है मामला :
प्रदेश के भिण्ड जिले के मेहगांव एवं उससे सटे एवं मुरैना जिले के पोरसा में डेढ़ सौ से अधिक कौओं के अचानक मारे जाने की घटना पिछले माह सामने आई थी। जबलपुर संभाग के कटनी जिले के रीठी में भी करीब एक दर्जन कौअे मारे गये थे। इस घटना पर पशुपालन विभाग ने मामले की सघन जांच की। भोपाल स्थित उच्च सुरक्षा पशु प्रयोगशाला में सेम्पलों की जांच कराई गई जिसमें कौओं के बर्ड फ्लू से मारे जाने की जानकारी मिली। यह बर्ड फ्लू कौओं में मुर्गी फार्मों के उन चूजों को खाने से हुआ जो बर्ड फ्लू से संक्रमित थे। इस पर भिण्ड के मेहगांव और मुरैना जिले के पोरसा में निर्धारित प्रोटोकाल के हिसाब से कौओं के मारे जाने की घटना के स्थल से एक किलोमीटर के दायरे में स्थित मुर्गी फार्मों में मुर्गियों की व्यापक कलिंग की गई तथा दस किलोमीटर एरिया को निगरानी में ले लिया गया। कलिंग में जो मुर्गियां मारी गईं उन्हें जमीन में गाड़ दिया गया।
कटनी जिले के रीठी में भी एक किलोमीटर दायरे में मुर्गी फार्मों की सेम्पल लेकर जांच की गई परन्तु इन मुर्गी फार्मों में बर्ड फ्लू नहीं पाया गया। इसलिये वहां व्यापक लिंग नहीं की गई।
मुरैना के एक अधिकारी ने बताया कि हमने जिला कलेक्टर के आदेश पर एक किलोमीटर दायरे के मुर्गी फार्मों में व्यापक कलिंग की है और दस किलोमीटर क्षेत्र को निगरानी में लिया है। जिन चूजों से बर्ड फ्ले आया वे बिहार से सप्लाय हुये थे।
कटनी जिले के एक अधिकारी ने बताया कि कटनी जिले के रीठी में जंगल से सटे क्षेत्र में एक दर्जन कौओं के मरने की घटना पर जांच की गई थी तथा ये बर्ड फ्लू से मरे थे। एक किलोमीटर क्षेत्र में स्थित मुर्गी फार्मों की जांच की गई परन्तु उनमें बर्ड फ्लू नहीं पाया गया। वन विभाग को इस रोग के बारे में सूचित कर दिया गया है तथा भारत सरकार को भी जानकारी भेज दी गई है। बर्ड फ्लू ऐसा रोग है जो पशुओं से मनुष्यों में भी फैल सकता है, इसलिये निगरानी की जा रही है।




- डॉ. नवीन जोशी

Related News

Global News