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कोरोना के संदिग्ध मरीजों की आनलाईन ट्रेकिंग करने की तैयारी

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Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 2135

मैप-आईटी बना रहा है साफ्टवेयर
19 अप्रैल 2020 ।राज्य में बढ़ रही कोरोना पाजीटिव संख्या के मद्देनजर अब राज्य सरकार उन कान्टेक्ट में आने वाले मरीजों की आनलाईन ट्रेकिंग प्रारंभ करने जा रही है जो कोरोना के संदिग्ध मरीज हैं। इसके लिये राज्य का मैप-आईटी साफ्टवेयर बना रहा है जो एक हफ्ते में तैयार हो जायेगा।
ऐसे काम करेगा ट्रेकिंग सिस्टम :
प्रदेश में जो कोरोना पाजीटिव मिल रहे हैं, उनसे किन-किन का सम्पर्क हुआ, यह सर्वे के द्वारा अभिलिखित किया जा रहा है। ऐसे लोग कोरोना के संदिग्ध मरीज माने जाते हैं। इनका रिकार्ड में मोबाईल नंबर भी दर्ज किया जा रहा है। राज्य सरकार एक ऐसा साफ्टवेयर तैयार कर रही है जिससे कोरोना के संदिग्ध मरीजों की आनलाईन ट्रेकिंग की जाये। ऐसे मरीज जब भी कहीं जायेंगे या बाहर निकलेंगे, वे इस साफ्टवेयर के माध्यम से ट्रेस हो जायेंगे। पुलिस को भी उन्हें ढूंढने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के हैं निर्देश :
कोरोना के संदिग्ध मरीजों की आनलाईन ट्रेकिंग करने के लिये केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है। इसके लिये टेलीकाम कंपनियां भी अनिवार्य रुप से सहायता करेंगी। आनलाईन ट्रेकिंग से कोरोना के पाजीटिव मरीजों के सम्पर्कों में आने वालों का आसानी से पता चलाया जा सकेगा तथा इस महामारी को रोकने में मदद मिलेगी।
वीडियो कान्फ्रेन्स की सुविधा भी देगी मैप-आईटी :
मैप-आईटी सरकारी अधिकारियों को वीडियो कान्फ्रेन्सिंग की सुविधा देने के साथ अन्य निजी लोगों एवं संस्थानों को भी वीडियो कान्फ्रेन्सिंग की सुविधा देने जा रही है। इसके लिये एक लिंक दिया जायेगा जिससे कई लोग आपस में मिल कर वीडियो कान्फ्रेन्सिंग कर सकेंगे।
हेल्थ रिस्पांस और ई-पास सुविधा हो चुकी है प्रारंभ :
मैप-आईटी हेल्थ रिस्पांस और ई-पास की सुविधा प्रारंभ कर चुकी है और कोविड-19 की स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत वपेबसाईट भी बना चुकी है। हेल्थ रिस्पांस एनएचएम के अंतर्गत बनाया गया है।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर हम कई साफ्टवेयर बना रहे हैं। कुछ साफ्टवेयर बनाकर दे दिये गये हैं, बाकी पर काम चल रहा है।


- डॉ. नवीन जोशी

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