×

साधुओं के हत्या के विरोध में संघ ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 998

29 अप्रैल 2020। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मध्यभारत प्रान्त के प्रांत संघचालक सतीश पिंपलीकर ने प्रतिनिधि मंडल के साथ प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से मिलकर पालघर में हुई साधुओं के हत्या के विरोध में ज्ञापन सौंपा। राष्ट्रपति के नाम सौंपे गए इस ज्ञापन के माध्यम से यह मांग की गयी की घटना की जांच केंद्रीय जांच एजेंसियों जैसे सीबीआई आदि से निष्पक्ष रुप से कराई जाये, जिससे उक्त घटना में शामिल सभी लोगों के नाम सामने आ सकें और सभी षडय़ंत्रकारी अपने अंजाम तक पहुंचें।
ज्ञापन में बताया गया कि 17 अप्रैल 2020 को महाराष्ट्र के पालघर में हिंदू धर्म के 2 साधु कल्पवृक्ष गिरी जी महाराज तथा सुशील गिरी जी महाराज और उनके ड्राइवर नीलेश तेलगढ़े जो कि महाराष्ट्र के मुंबई से सूरत की ओर जा रहे थे। पालघर जिले के पास एक षडय़ंत्र के तहत सैकड़ों हिंसक लोगों द्वारा हिंदू संतों की गाड़ी को रोका गया। जब हिंदू संतों ने अपना परिचय दिया तो भीड़ द्वारा जानबूझकर उनके साथ गंभीर रूप से मारपीट की गई। जब वे बचने के लिए कार में छुपे तो कार के अंदर बड़े-बड़े पत्थर फेंके गए और जब वे कार से निकले तो हिंसक क्रूर लोगों द्वारा जानबूझकर उन हिंदू संतो को पीट-पीटकर मार डाला गया।
घटना को दबा रही है महाराष्ट्र सरकार :
ज्ञापन में कहा गया कि उक्त संपूर्ण घटनाक्रम एक सुनियोजित षडय़ंत्र के तहत अंजाम दिया गया है, जिसके संबंध में निष्पक्ष जांच उपरांत ही वस्तुस्थिति सामने आ सकेगी। परंतु वर्तमान में घटना के पश्चात से लगातार महाराष्ट्र की सरकार द्वारा उक्त घटना को एक सामान्य घटना बताने की कोशिश की जा रही है, जबकि उक्त घटना के संबंध में अभी विवेचना पूर्ण नहीं हुई है।
हिन्दू समाज में बढ़ रहा है आक्रोश :
ज्ञापन में कहा गया कि इस घटना से देश के बहुसंख्यक समाज में अत्यंत आक्रोश है। भारत भूमि साधु संतों की भूमि है, साधु संत भारत के बहुसंख्यक समाज को दिशा देने का कार्य करते हैं। ऐसी स्थिति में यदि दिशा दिखाने वाले संतों को ही इस प्रकार से मारा जाएगा तो हिन्दू समाज में आक्रोश दिन प्रतिदिन बढ़ेगा।
शारीरिक डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए तीन व्यक्तियों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला जिसमें महाराज स्वदेश शाणडिल्य, पूर्व न्यायाधीश एवं मध्यभारत के प्रान्त सह संघचालक अशोक पाण्डेय, प्रसिद्ध ह्रदय रोग विशेषज्ञ एवं विभाग सह संघचालक डॉ. राजेश सेठी भी शामिल थे।



-डॉ. नवीन जोशी

Related News

Global News