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अकेले शिवराज सिंह का 47 विभागों से सामना....

Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 934

विधानसभा में रचेंगे नया इतिहास, सभी विधायकों के सवालों का देना होगा जवाब
दर्शकों का प्रवेश भी रहेगा विधानसभा में
24 जून 2020। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार अब भले ही हो या ना हों, आगामी विधानसभा के महत्वपूर्ण सत्र में सभी 47 विभागों का जवाब अकेले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ही देना है। दरअसल विधानसभा के मॉनसून सत्र की तैयारियों के दौरानविधायकों के सवाल और उनके जवाबों के मुद्रण का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है, और अभी तक केवल पांच मंत्री की विभिन्न विभागों में हैं। शेष 47 विभागों के बारे में सभी जानकारी चौहान को ही देना है ।यह पहला मौका होगा जब कि राज्य विधानसभा में कोई मुख्यमंत्री इतनी बड़ी संख्या में विभागों के सवालों से रूबरू होंगे।
आगामी 20 जुलाई से प्रारंभ होने वाले मप्र विधानसभा के मानसून सत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 47 विभागों के बारे में आये सवालों का जवाब स्वयं देंगे।विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह द्वारा जारी पत्रक भाग-2 के अनुसार, मुख्यमंत्री श्री चौहान 47 विभागों से संबंधित सवालों के जवाब स्वयं देंगे क्योंकि इन्हें किसी अन्य मंत्री को आवंटित नहीं किये गये हैं। गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा 20 जुलाई को अपने विभाग से संबंधित सवालों के जवाब विधानसभा देंगे।
इसी प्रकार, कृषि मंत्री कमल पटेल 21 जुलाई को अपने विभाग के सवालों के जवाब देंगे। खाद्य एवं सहकारिता मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत 22 जुलाई एवं जल संसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावट 23 जुलाई को सदन में अपने विभाग से संबंधित सवालों पर जवाब देंगे। आदिमजाति कल्याण मंत्री मीना सिंह 24 जुलाई को सदन में अपने विभागों के सवालों के जवाब देंगी।

दर्शकों को मिलेगा प्रवेश :

मानसून सत्र में दर्शकों को भी प्रवेश मिलेगा। इस संबंध में जारी पत्रक में कहा गया है कि विधानसभा में सुरक्षा व्यवस्था रहती है तथा बाहरी व्यक्तियों को विधानसभा में प्रवेश देने हेतु प्रवेश-पत्र जारी किये जाते हैं। विधायकगण अपने साथ दर्शकों को विधानसभा परिसर, दीर्घाओं व विभिन्न कक्षों में बिना प्रवेश-पत्र के प्रवेश देने हेतु सुरक्षाकर्मियों को बाध्य न करें। इससे सुरक्षा व्यवस्था में व्यवधान उपस्थित होता है। सत्रकाल में विधायकगण अपने साथ लाने वाले दर्शकों को प्रवेश-पत्र बनवाकर ही उन्हें विधानसभा परिसर व कक्षों एवं भवन में प्रवेश दिलायें।



- डॉ. नवीन जोशी

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