×

कभी भी धराशायी हो सकते हैं, हाईवे के पुल

Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 1073

बरसों से नही हुआ निरीक्षण,
सरकार ने चेताया अपने अफसरों को
5 अगस्त 2020। प्रदेश में लम्बे समय से हाईवे आदि पर बने लोक निर्माण विभाग के पुलों का निरीक्षण नहीं हो रहा है। इससे इन पुलों के क्षतिग्रस्त होने एवं जन-धन की हानि होने की आशंका बन गई है। राज्य सरकार ने इस संबंध में लोनिवि के सभी अधीनस्थ अधिकारियों जिनमें सेतु संभाग के मुख्य अभियंता, अधीक्षण यंत्री एवं कार्यपालन यंत्री शामिल हैं, को हिदायत जारी कर चेताया है।
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता चन्द्र प्रकाश अग्रवाल ने यह हिदायत जारी की है। इसमें कहा गया है कि पुलों का निरीक्षण समय-समय पर सक्षम स्तर के अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है तथा पुलों के रजिस्टर का भी संधारण ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है। यह स्थिति उचित नहीं है। इस संबंध में ऑडिट के द्वारा भी आपत्ति ली गई है।
प्रमुख अभियंता ने हिदायत में कहा है कि पुलों का निरीक्षण नहीं करने से पुलों में क्षति होने की आशंका बनी रहती है जिससे जन-धन की हानि हो सकती है।
ये दी नई हिदायतें :
प्रमुख अभियंता ने नई हिदायतें जारी की हैं। एक, पुलों का वार्षिक एवं अध्र्दवार्षिक निरीक्षण नियमानुसार किया जाये तथा प्रतिवेदन नियत के अंदर प्रस्तुत किया जाये। दो, पुलों का निरीक्षण सक्षम स्तर के अधिकारियों द्वारा किया जाये। वक्र्स मेनुअल के अनुसार, छह मीटर से अधिक पुलों का निरीक्षण अनुविभागीय अधिकारी द्वारा, 30 मीटर से अधिक पुलों का निरीक्षण कार्यपालन यंत्री द्वारा तथा 100 मीटर से अधिक लम्बे पुलों का निरीक्षण अधीक्षण यंत्री द्वारा किया जाये। तीन, निरीक्षण में पुलों में कोई क्षति पाई जाती है तो उसका विस्तृत प्रस्ताव/प्राक्कलन तैयार कर सक्षम स्तर से स्वीकृति उपरान्त सुधार कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता कर करवाया जाये। चार, प्रदेश के पुलों के निरीक्षण हेतु एक मोबाईल ब्रिज इन्स्पेक्शन यूनिट उपलब्ध है जिसका उपयोग नहीं किया जा रहा है। इसलिये वृह्द पुलों के निरीक्षण हेतु विद्युत यांत्रिकी से समन्वय स्थापित कर कार्यपालन यंत्री इस यूनिट का उपयोग करें।

-डॉ. नवीन जोशी

Related News

Global News