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टीकाकरण सरकार के साथ समाज की भी जिम्मेदारी : चिकित्सकों की अपील

Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 871


भोपाल 13 अगस्त 2021। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन सरकार के साथ समाज की भी जिम्मेदारी है। प्रदेश सरकार द्वारा नागरिकों को वैक्सीन का सुरक्षा कवच देने के लिये दूसरी बार टीकाकरण महाअभियान 25 एवं 26 अगस्त को चलाया जाएगा। इस महाअभियान में प्रदेश की जनता भी जागरूक होकर आगे आई है। महाअभियान में वैक्सीनेशन का शत-प्रतिशत लक्ष्य पाने के लिये और आमजन को प्रेरित करने अनेक चिकित्सा विशेषज्ञों ने स्व-प्रेरणा से नागरिकों के लिए अपील जारी की हैं।

प्रदेश अध्यक्ष आई.एम.ए डॉ. अनूप निगम ने चिकित्सकों से अपील की है किहम सभी चिकित्सक राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देकर महाअभियान को सफल बनाने में सहयोग करें। अध्यक्ष म.प्र नर्सिंग एसोसिएशन, डॉ. राहुल खरे ने महामारी को गंभीरता की चेतावनी देते हुए नागरिकों को दिए संदेश में कहा है कि कोविड महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। टीके की दोनों डोज से पूर्ण सुरक्षा मिलती है। टीकाकरण महाअभियान में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नगारिक टीकाकरण अवश्य करवाये। अधीक्षक हमीदिया अस्पताल, भोपाल डॉ. लोकेन्द्र दबे ने कोरोना वैक्सीन के महत्व को रेखांकित करते हुए नागरिकों को दिए संदेश में कहा है कि वैक्सीनेशन होने पर कोरोना संक्रमित नहीं होते। संक्रमित हो भी जाते हैं तब गंभीर बीमार नहीं होते। जिन्होंने पहला टीका नहीं लगवाया वह पहला और जिनको दूसरी डोज लेना है वह दूसरी डोज जरूर लगवाये। डॉ. दवे ने कहा कि जब तक टीका की दोनों डोज नहीं लगती तब तक पूर्ण रूप से सुरक्षा नहीं मिलती। टीके के दोनों डोज लेने के बाद भी जब तक कोरोना पूरी तरह से समाप्त नहीं होता तब तक कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग रखना और हाथों को सेनेटाइज करना नहीं छोड़े।

डीन एम.डी.एम मेडिकल कॉलेज इंदौर डॉ. संजय दीक्षित ने लोगों से कहा है कि किसी कारणवश यदि दूसरा टीका नहीं लगवाया है, तो 25 एवं 26 अगस्त के महा अभियान में दूसरा डोज जरूर लगवाए। केवल पहला टीका लगवाना पर्याप्त नहीं है, टीके दोनों अवश्य लगवाये। डीन मेडिकल कॉलेज रतलाम डॉ. जितेन्द्र गुप्ता ने लोगों से कहा है कि कोरोना के दोनों टीके लगवाने के लिए अपने मित्र, नातेदार, परिवार के सदस्यों को प्रेरित करें। इस टीके के कोई साइड इफेक्ट नहीं है। यह टीका संक्रमण से अच्छे से बचाव करता है।डीन अटलबिहारी वाजपेई कॉलेज विदिशा डॉ. सुनील नंदेश्वर ने कोरोना वैक्सीन से बनने वाली इम्यूनिटी की जानकारी देते हुए कहा कि जिन व्याक्तियों को कोरोना का वैक्सीन लगा है, उनकी कोरोना से लड़ने की इम्यूनिटी बनती है। इसमें कोरोना से संक्रमित होने पर बीमारी की गंभीरता कम हो जाती है। टीकाकरण के 25-26 अगस्त के महाअभियान में सभी नागरिक टीका अवश्य लगवाए।

अरविन्दो इस्टियूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के डीन डॉ. रविन्द्र सिंह ने कहा कि हम पिछले दो सालों से कोविड से लड़ रहे है। कोविड वैक्सीनेशन से कोरोना पर नियंत्रण पाने में कामयाबी मिली है। यह तथ्य सामने आया है कि कोविड संक्रमित होने और चेस्ट में भी अधिक संक्रमण पर भी वैक्सीनेशन करवाने वाले व्यक्तियों में बीमारी की गंभीरता कम रही है। सभी लोग वैक्सीनेशन अवश्य करवाए।सेवानिवृत्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ. ओ.पी.ओहरी ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए टीके उपलब्ध होना हमारी खुशकिस्मती है। इस टीके से बीमारी की गंभीरता बहुत कम हो जाती है। टीका लगवाने में ज्यादा सोच-विचार नहीं करें। टीके अवश्य लगवाए। संचालक एन.एच.एम डॉ. पंकज शुक्ला ने कहा है कि सभी लोग टीकाकरण महाअभियान का लाभ लेकर, वे सभी लोग जिन्होंने अब तक टीका नहीं लगवाया है वह 25 और 26 अगस्त को टीका जरूर लगवाये। कोरोना की तीसरी लहर से बचाव का कारगर तरीका टीकाकरण है। चीफ कन्सलटेंट और पल्मोलॉजिस्ट अपोलो हॉस्पिटल ग्वालियर डॉ. उज्जवल शर्मा ने कहा कि कोविड टीकाकरण महाअभियान 25-26 अगस्त में अधिक से अधिक लोग टीका लागवाये। कोविड के विरूद्ध चलाई जा रही मुहिम को सफल बनाये। सेवानिवृत्त सी.एम.एच.ओ.गुना डॉ. रामवीर सिंह रघुवंशी ने कहा कि 21 जून को महाअभियान के पहले चरण के पहले दिन कोविड टीके लगाने का प्रदेश ने रिकार्ड बनाया था। अब पुन: 25 और 26 अगस्त को टीकाकरण महाअभियान होने जा रहा है। इसमें सभी लोग बढ़-चढ़कर भागीदरी करे।

डीन मेडिकल कॉलेज शहडोल डॉ. निलय श्रीवास्तव ने लोगों को दिए संदेश में कहा कि कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय टीकाकरण है। टीके के दोनों डोज लगवाकर खुद बचे और दूसरों को बचाये। कोविड टीका पूरी तरह सुरक्षित है। टीकाकरण महाअभियान में खुद टीका लगवाये और दूसरों को कोविड टीका लगवाने के लिए प्रेरित करे। मेडिकल कॉलेज जबलपुर के डीन डॉ. प्रदीप प्रसादने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन कोरोना बीमारी से बचाने की संजीवनी है। अधिकांश प्रकरणों में ऐसा देखा गया है कि वैक्सीन लगवा चुके व्यक्ति को सक्रंमण होने पर भी अस्पताल नहीं जाना पड़ता। घर पर ही ठीक हो जाते हैं।

आई.एम.ए (लेडी डाक्टर्स विंग) एम.पी की अध्यक्ष डॉ. नीना गिदों ने गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को कोरोना वैक्सीन लगवाने के महत्व को बताते हुए कहा है कि तीसरी लहर से बचने के लिए वैक्सीन लगवाना जरूरी है। सभी गर्भवती महिलाएँ और छोटे बच्चों को स्तनपान करने वाली माताएँ कोविड-19 टीका जरूर लगवाए। टीका लगवाकर गर्भवती महिलाएँ कोरोना से खुद को और अपने बच्चे को सुरक्षित रख सकेगी। छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. रामटेक ने कहा किकेवल पहली डोज लेना भर पर्याप्त नहीं होता। दोनों डोज लेने पर ही इम्यूनिटी बनती है। मैंने खुद दोनों डोज समय पर लगवाई है। सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि 25 और 26 अगस्त को टीकाकरण अवश्य करवाए।मेडिकल कालेज खण्डवा के डीन डॉ. आनंद पवार ने कहा किकोरोना जैसी गंभीर बीमारी से बचने का सबसे सरल तरीका है टीका लगवाना। जिन्होंने पहली डोज नहीं ली वो तुरन्त पहली डोज लगवाए और जिनको दूसरी डोज लगवाना है वो समय पर दूसरी डोज लगवाए। यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है।

संचालक एन.एच.एम. (टीकाकरण) डॉ. संतोष शुक्ला ने सभी से अनुरोध किया है कि टीकाकरण महाअभियान में 25 और 26 अगस्त में कोरोना टीका अवश्य लगवाए।

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