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मध्य प्रदेश में वन भ्रमण अब और मंहगा हुआ..

Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 1432

वन विभाग की नई दरें तत्काल लागू हुई
27 सितंबर 2021। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों में पर्यटकों के भ्रमण शुल्क में वृध्दि कर दी है। वन विभाग ने इस संबंध में नई दरें अधिसूचित कर दी हैं जिससे वनों का भ्रमण मंहगा हो गया है। जो वन क्षेत्र साल भर खुले रहते हैं उनमें ये नई दरें तत्काल लागू हो गई हैं जबकि 1 अक्टूबर से खुलने वाले वन क्षेत्रों के लिये ये दरें उसी समय से लागू होंगी।
नई दरों के अनुसार, उद्यान प्रबंधन के साथ पंजीकृत पर्यटक वाहनों के अंतर्गत हल्के वाहन एवं मिनी बस हेतु एकल सीट अनुज्ञा-पत्र 250 रुपये में तथा सम्पूर्ण वाहन के लिये शुल्क 1500 रुपये होगा। अपंजीकृत निजी वाहनों के अंतर्गत दो पहिया वाहन हेतु 500 रुपये, आटो रिक्शा हेतु एक हजार रुपये, छह सीटर हल्के मोटर वाहन हेतु 1500 रुपये तथा बस/मिनी बस हेतु 3 हजार रुपये अनुज्ञा शुल्क होगा।
इसी प्रकार, अब पैदल/ट्रेकिंग/साईकिलिंग हेतु 150 रुपये, मचान/वॉच टावर से वन्य प्राणी दर्शन हेतु स्थानीय पार्क प्रबंधन द्वारा नियत दर, कैंपिंग हेतु 750 रुपये प्रति पर्यटक होगी। जल सफारी के लिये मोटर चलित नाव में पूरे दिन के लिये 500 रुपये तथा सुबह-शाम के भ्रमण हेतु 250 रुपये प्रति पर्यटक दर होगी।
वन विहार, रालामंडल अभयारण्य एवं मुकुन्दपुर चिडिय़ाघर हेतु प्रवेश शुल्क अब यह रहेगा :
इन तीन क्षेत्रों में पैदल भ्रमण हेतु 20 रुपये प्रति व्यक्ति, साइकिल द्वारा भ्रमण हेतु 30 रुपये प्रति व्यक्ति, दोपहिया वाहने से भ्रमण पर 60 रुपये प्रति व्यक्ति, ऑटो रिक्शा से भ्रमण हेतु 120 रुपये प्रति वाहन, 5 व्यक्तियों की क्षमता वाले हल्के चार पहिया वाहन हेतु 250 रुपये प्रति वाहन तथा 5 व्यक्तियों से अधिक क्षमता वाले चार पहिया वाहन हेतु 400 रुपये प्रति वाहन, 20 व्यक्तियों की क्षमता तक मिनी बस हेतु 1 हजार रुपये प्रति वाहन, 20 व्यक्तियों से अधिक क्षमता वाली बस हेतु 2 हजार रुपये प्रति वाहन, वन प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराये गये गोल्फ कार्ट से भ्रमण अथवा सफारी भ्रमण हेतु प्रवेश शुल्क के अतिरिक्त 50 रुपये प्रति व्यक्ति, सूर्यास्त के बाद सफारी के अंतर्गत 12 वर्ष से अधिक उम्र के पर्यटकों हेतु 200 रुपये प्रति व्यक्ति, 5 से 12 वर्ष तक की आयु वर्ग के पर्यटकों हेतु 100 रुपये प्रति व्यक्ति देय होगा तथा 5 वर्ष से कम उम्र वाले पर्यटकों के लिये नि:शुल्क रहेगा।
वन विहार, रालामंडल अभयारण्य एवं मुकुन्दपुर चिडिय़ाघर हेतु मासिक, वार्षिक एवं आजीवन शुल्क भी निर्धारित किया गया है। पैदल हेतु मासिक 300 रुपये, वार्षिक हेतु 3 हजार रुपये एवं आजीवन हेतु 24 हजार रुपये प्रति व्यक्ति शुल्क रहेगा। सायकिल से भ्रमण के अंतर्गत मासिक 450 रुपये, वार्षिक हेतु 4500 रुपये एवं आजीवन हेतु 30 हजार रुपये शुल्क रहेगा।
उक्त सभी नई दरें भारतीय पर्यटकों के लिये नियत की गई हैं तथा विदेशी पर्यटकों के लिये इन दरों के दोगुने के बराबर शुल्क रहेगा। वन प्रबंधन के साथ पंजीकृत वाहनों का रजिस्ट्रेशन 10 वर्ष के लिये रहेगा।
फिल्मांकन की दरें :
वन क्षेत्रों में फिल्माकंन/वीडियोग्राफी/फोटोग्राफी हेतु भी नई दरें घोषित की गई हैं। केंद्र एवं राज्य सरकार के विभाग एवं संस्थानों के भारतीय शैक्षणिक/अनुसंधान संस्थान हेतु प्रथम सात दिन के लिये 10 हजार रुपये एवं अन्य के लिये 40 हजार रुपये, 8 वें से 15 वें दिन तक के लिये 7500 रुपये एवं अन्य के लिये 30 हजार रुपये, 16 वें से 30 वें दिन तक के लिये 5 हजार रुपये एवं अन्य के लिये 20 हजार रुपये, 31 वें दिन से 120 दिन तक के लिये 4 हजार रुपये एवं अन्य के लिये 5 हजार रुपये प्रतिदिन शुल्क रहेगा। लाईव टेलीकास्ट की दरें राज्य सरकार द्वारा तय दरों के अनुसार होगी। हाथी उपलब्ध होने पर आधा घण्टे के लिये एक हजार रुपये प्रति व्यक्ति तथा 5 से 12 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों हेतु 500 रुपये दर रहेगी। केंद्र एवं राज्य सरकार के विभाग एवं संस्थानों के भारतीय शैक्षणिक/अनुसंधान संस्थान हेतु तीन घण्टों के लिये हाथी पर सवार हो फिल्मांकन हेतु शुल्क 6 हजार रुपये एवं अन्य के लिये 24 हजार रुपये होगा।
गाईड शुल्क अब यह रहेगा :
जी-1 श्रेणी के गाईड हेतु वाहन भ्रमण पर 600 रुपये, ट्रेङ्क्षकग/सायकिलिंग हेतु 1200 रुपये प्रति दिन तथा दो दिन एक रात्रि की कैंपिंग हेतु 2400 रुपये शुल्क रहेगा। जी-2 श्रेणी के गाईड हेतु यह शुल्क क्रमश: 480, 960 एवं 1920 रुपये होगा। पर्यटक सहायक किी सेवायें लेने पर ट्रेङ्क्षकग/सायकिलिंग हेतु 600 रुपये प्रति दिन तथा दो दिन एक रात्रि की कैंपिंग हेतु 1200 रुपये शुल्क रहेगा। उक्त सभी दरों से होने वाली आय का एक तिहाई भाग अब संरक्षित वन क्षेत्र की ईको विकास समितियों को बांटी जायेगी।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि वन विभाग ने वन क्षेत्रों में भ्रमण की दरें रिवाईस की हैं। बांधवगढ़ जैसे टाईगर रिजर्व में पर्यटकों का बहुत अधिक भार है, इसलिये इन क्षेत्रों की दरों में 1.6 गुना वृध्दि की गई है। साथ ही कुछ वन क्षेत्रों में नाईट सफारी का भी प्रावधान किया गया है जो भोपाल के वन विहार में तो है परन्तु सतना के मुकुन्दपुर जू में नहीं है। मुकुन्दपुर जू में नाईट सफारी शुरु होने पर यही दरें लगेंगी।




डॉ. नवीन जोशी

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