27 अक्टूबर 2021। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है "आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश" की दिशा में सीएम राइज योजना अहम भूमिका निभाएगी। शिक्षा के क्षेत्र में इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य स्कूली विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करना, विद्यार्थियों के सीखने के परिणामों में सुधार करना और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानकों को प्राप्त करने के लिए स्कूलों को सक्षम बनाना है। साथ ही स्कूली विद्यार्थियों के लिए समग्र व्यक्तित्व विकास पारिस्थितिकी तंत्र विकसित कर उत्कृष्ट और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना राज्य सरकार की महत्वपूर्ण प्राथमिकता है, जिसे पूरा करने के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। इसे ध्यान में रखकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में प्रदेश में 9 हजार 200 सुविधायुक्त 'सीएम राइज स्कूल' प्रारंभ होंगे। इसके लिए बजट में 1500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस वित्त वर्ष में 350 शासकीय स्कूलों को सीएम राइज स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। साथ ही 18 से 24 करोड़ रूपये लागत से स्कूल भवन बनाए जायेंगे। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्येक 25-30 किलोमीटर परिधि में एक सी.एम. राइज स्कूल की व्यवस्था होगी। अगले तीन साल में इन स्कूलों में एक ही शिक्षण परिसर में केजी से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के बच्चे पढ़ेंगे। जनजातीय क्षेत्रों में भी 95 सीएम राइज स्कूल खोले जाएंगे। इस योजना के क्रियान्वयन में सभी विभाग मिलकर सहयोग करेंगे।
विद्यार्थियों का संपूर्ण व्यक्तित्व विकास
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे, पीसा (छात्रों का अंतर्राष्ट्रीय आकलन कार्यक्रम) और ओलिंपियाड परीक्षा जैसी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा को देखते हुए इन स्कूलों में विद्यार्थियों को केवल ज्ञान आधारित शिक्षा के स्थान पर समझ, अनुप्रयोग और तार्किक योग्यता आधारित शिक्षा प्रदान की जाएगी। विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए साहित्यिक, सांस्कृतिक, लोक कला, पर्यावरण, विज्ञान, यातायात सुरक्षा, खेल, योग जैसे जीवनोपयोगी विभिन्न विषयों की गतिविधियाँ आयोजित की जाएगी। स्कूलों में उत्कृष्टता की संस्कृति विकसित करते हुए विद्यार्थियों के एटीट्यूडिनल बदलाव, साक्ष्य आधारित वैज्ञानिक सोच विकसित करने, रचनात्मकता और आत्म-विश्वास बढ़ाने के साथ अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता युक्त शिक्षा दी जाएगी। विद्यार्थियों की रुचि और कौशल को ध्यान में रखकर व्यवसायिक शिक्षा की व्यवस्था भी होगी, जिससे शिक्षा के साथ विद्यार्थी जीवन-यापन के गुर सीखने के साथ अपनी आर्थिक समझ विकसित कर सकेंगे। इस तरह सीएम राइज स्कूल में विद्यार्थियों का चहुँमुखी विकास होगा, जो आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का आधार बनेगा।
अंतर्राष्ट्रीय मानकों के साथ विकसित होंगे सीएम राइज स्कूल
सीएम राइज स्कूलों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर विकसित किया जाएगा। स्कूल में अच्छी अधोसंरचना, हर विद्यार्थी के लिए परिवहन, नर्सरी/ केजी कक्षाएँ, शत-प्रतिशत शिक्षक, स्मार्ट क्लास एवं डिजिटल लर्निंग, सुसज्जित प्रयोगशालाएँ, समृद्ध पुस्तकालय और खेल मैदान जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। इन स्कूलों में विद्यार्थियों की उत्कृष्ट शिक्षा के लिए विभिन्न क्षेत्रों में पुरस्कारों से सम्मानित शिक्षकों का साक्षात्कार कर चयन किया जाएगा। शिक्षकों को स्कूल विकास के नेतृत्व, अनुकरणीय शिक्षण अधिगम प्रक्रिया, शिक्षण विकास और सशक्तिकरण, समुदाय से जुड़ाव और संसाधनों के प्रबंधन पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इन विशिष्ट स्कूलों के प्रबंधन और संचालन में कुशलता लाने के लिए अभिभावकों की सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी। इस तरह भावी पीढ़ी को सर्व संसाधन युक्त स्कूलों में शिक्षण और व्यक्तित्व विकास के लिए सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराकर एक जिम्मेदार और श्रेष्ठ नागरिक के रूप में विकसित किया जायेगा।
"आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश" की दिशा में अहम है सीएम राइज स्कूल योजना
Place:
Bhopal 👤By: DD Views: 1801
Related News
Latest News
- डिजिटल तकनीक का उपयोग: सटीक डेटा संग्रहण की दिशा में बड़ा कदम
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लंदन के संसद स्क्वायर गार्डन में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया
- मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव की लंदन यात्रा, हुआ गर्मजोशी से स्वागत
- भोपाल गैस त्रासदी: पीढ़ियों तक फैला जहर, मिट नहीं रहा दर्द
- ब्लूस्काई क्यों बन रहा सोशल मीडिया का नया पसंदीदा प्लेटफ़ॉर्म?
- प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में भोपाल के महेश और इंदौर के प्रयासों की सराहना